लापरवाही: जो महिलाएं कोरोना वैक्सीन लेने गईं उन्हें एंटी रेबीज वैक्सीन लगा दिया… एक की…
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Anti Rabies Vaccine Instead Of Corona Vaccine
-Anti Rabies Vaccine Instead Of Corona Vaccine:उत्तर प्रदेश के शामली जिले में स्वास्थ्य विभाग ने शुक्रवार को बड़ी लापरवाही उजागर
शामली। Anti Rabies Vaccine Instead Of Corona Vaccine: देश में लगातार बढ़ते कोरोना संक्रमण से तबाही देखी जा रही है। वहीं कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए सभी एहतियाती उपाय किए जा रहे हैं। टीकाकरण का काम जोरों पर है। भारत में हर दिन औसतन 30 लाख 93 हजार 861 लोगों को टीका लगाया जा रहा है।
देश में अब तक 87 मिलियन लोगों को टीका लगाया गया है। इस बीच, एक चौंकाने वाली घटना हुई है। उत्तर प्रदेश के शामली जिले में स्वास्थ्य विभाग ने शुक्रवार को बड़ी लापरवाही उजागर हुई है।
मिली जानकारी के अनुसार तीन बुजुर्ग महिलाएं कोरोना वैक्सीन लेने के लिए शामली के एक स्वास्थ्य केंद्र में गई थीं। हालांकि, स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों ने बिना डॉक्टर की सलाह के इन बुजुर्ग महिलाओं को एंटी रेबीज वैक्सीन (Anti Rabies Vaccine Instead Of Corona Vaccine) दी है। महिलाओं में से एक की हालत गंभीर बताई जा रही है। घटना के बाद बुजुर्ग महिलाओं के परिवार वाले हैरान रह गए। साथ ही कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
कंधला के सभी निवासी सरोज (70), अनारकली (72) और सत्यवती (60) कोरोना टीकाकरण के लिए गए थे। यहां के स्वास्थ्य कर्मियों ने बाहर के मेडिकल स्टोर से प्रत्येक से 10 रुपये की एक सिरिंज की मांग की और तीनों को टीकाकरण के बाद घर जाने के लिए कहा। कुछ समय बाद, सरोज को चक्कर और अस्वस्थता महसूस होने लगी।
परिजन उसे निजी चिकित्सक के पास ले गए। डॉक्टर को पत्र दिखाने के बाद, उन्होंने महसूस किया कि उन्हें रेबीज (Anti Rabies Vaccine Instead Of Corona Vaccine) के खिलाफ टीका लगाया गया था, न कि कोरोना। अन्य दो बुजुर्ग महिलाओं ने भी सूचना मिलने के बाद टीका दिखाया। इस बार पता चला कि उन्हें रेबीज का टीका भी लगाया गया है।
पीडि़तों ने चिकित्सा अधीक्षक से शिकायत की है कि गलत टीका देने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है। मामले से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है। फिलहाल शामली की डीएम जसजीत कौर पूरी घटना की जांच कर रही हैं।
डीएम ने मामले की जांच सीएमओ और एसीएमओ को सौंप दी है। अधिकारियों ने कहा कि जांच के बाद दोषी स्वास्थ्यकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। एक हिंदी वेबसाइट ने इस बारे में बताया है।