Anil Ambani Fraud Case : अनिल अंबानी और RCom को 3 बड़े बैंकों ने बताया फ्रॉड, 40,400 करोड़ कर्ज में फंसी कंपनी

Anil Ambani Fraud Case : अनिल अंबानी और RCom को 3 बड़े बैंकों ने बताया फ्रॉड, 40,400 करोड़ कर्ज में फंसी कंपनी

Anil Ambani Fraud Case

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Anil Ambani Fraud Case : उद्योगपति अनिल अंबानी और उनकी कंपनी रिलायंस कम्युनिकेशंस (RCom) की मुश्किलें और गहरा गई हैं। भारतीय स्टेट बैंक (SBI) और बैंक ऑफ इंडिया (BOI) के बाद अब बैंक ऑफ बड़ौदा (BoB) ने भी कंपनी के खाते को धोखाधड़ी (Fraud) करार दिया है।

बैंक ऑफ बड़ौदा का कहना है कि कंपनी ने दो चरणों में कुल 2,462.50 करोड़ का कर्ज लिया था, जिसमें से अब भी 1,656 करोड़ बकाया है।

बैंक ऑफ बड़ौदा का बड़ा खुलासा

पहला लोन: 1,600 करोड़

दूसरा लोन: 862.50 करोड़

बकाया राशि: 1,656.07 करोड़ (28 अगस्त 2025 तक)

बैंक ने बताया कि आरकॉम का खाता 5 जून 2017 से ही एनपीए (NPA) घोषित किया जा चुका था।
अब फोरेंसिक ऑडिट रिपोर्ट की सिफारिशों के आधार पर इसे फ्रॉड अकाउंट घोषित(Anil Ambani Fraud Case) कर दिया गया है।

अनिल अंबानी का बचाव

अनिल अंबानी के प्रवक्ता ने बैंक ऑफ बड़ौदा की कार्रवाई को 12 साल पुराने मामलों से जुड़ा बताया। उनका कहना है:

अनिल अंबानी 2006 से 2019 तक सिर्फ गैर-कार्यकारी निदेशक रहे।

वह कभी भी कंपनी के रोजमर्रा के संचालन में शामिल नहीं थे।

आरकॉम पर कुल 14 बैंकों का कंसोर्टियम है, लेकिन सिर्फ चुनिंदा बैंकों ने उन्हें टारगेट किया है।

मामला अभी कोर्ट में लंबित

रिलायंस कम्युनिकेशंस इस वक्त कॉरपोरेट इनसॉल्वेंसी रेज़ॉल्यूशन प्रोसेस (CIRP) के तहत है।

मार्च 2020 में लेनदारों की समिति (SBI नेतृत्व) ने एक रेजॉल्यूशन प्लान मंजूर(Anil Ambani Fraud Case) किया था।

लेकिन केस अभी भी NCLT, सुप्रीम कोर्ट और अन्य न्यायिक मंचों पर अटका हुआ है।

बैंकिंग नियमों के मुताबिक:

फ्रॉड घोषित खाते को जांच एजेंसियों को भेजना अनिवार्य होता है।

उधारकर्ता अगले 5 साल तक नया बैंक लोन या फाइनेंशियल सर्विस नहीं ले सकता।

RCom का कुल कर्ज

मार्च 2025 तक रिलायंस कम्युनिकेशंस पर कुल 40,400 करोड़ का कर्ज बकाया है।
लोन चुकाने में विफल रहने के कारण कंपनी को पहले ही दिवाला प्रक्रिया (NCLT) में भेजा जा चुका है।

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