Amrit Sarovar Chhattisgarh : 33 जिलों में 164 अमृत सरोवरों से बदलेगी तस्वीर…मिलेगा जल भी और काम भी…

Amrit Sarovar Chhattisgarh
Amrit Sarovar Chhattisgarh : छत्तीसगढ़ के गांवों में जल संकट से जूझती जमीनी हकीकत को अब राहत मिलने वाली है। प्रदेश सरकार ने राज्य के सभी 33 जिलों में 164 अमृत सरोवरों को आदर्श रूप में विकसित करने की कवायद तेज कर दी है। चिन्हांकन की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है और अब हर जिले में कम से कम पांच आदर्श सरोवर विकसित किए जाएंगे।
इन जलस्रोतों का निर्माण मनरेगा और ग्रामीण विकास विभाग की योजनाओं के तहत किया जाएगा। लेकिन यह सिर्फ जल भंडारण का काम नहीं करेगा| सरकार की सोच है कि इन सरोवरों को बहुउपयोगी सामुदायिक केंद्र के रूप में गढ़ा जाए।
हर तालाब बनेगा एक समग्र ‘ग्राम केंद्र’
इन सरोवरों के चारों ओर नीम, पीपल और बरगद जैसे छायादार वृक्ष लगाए जाएंगे। साथ ही, पाथवे, शौचालय, घाट, बेंच और सोलर लाइट जैसी सुविधाएं ग्रामीणों को सुकून भरा और सुरक्षित माहौल देने के लिए बनाई जाएंगी।
इसके अलावा, मछली पालन जैसे आजीविका के नए स्रोत भी इन तालाबों से जुड़े रहेंगे, जिससे स्थानीय रोजगार में भी बढ़ोतरी होगी।
सख्त मानक तय – हर तालाब का क्षेत्रफल कम से कम एक एकड़
पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि –
प्रस्तावित अमृत सरोवर कम से कम एक एकड़ क्षेत्रफल का होगा।
इसके 500 मीटर के दायरे में पहले से कोई जल स्रोत मौजूद नहीं होना चाहिए।
अगर किसी पुराने तालाब का पुनरुद्धार(Amrit Sarovar Chhattisgarh) किया जा रहा हो, तो उसमें कम से कम 5-10 वर्ष का अंतर होना चाहिए।
पहला चरण सफल – अब दूसरे फेज़ में 207 तालाबों की बारी
प्रदेश में अमृत सरोवर योजना का पहला चरण पहले ही पूरा हो चुका है। इस दौरान 2,902 तालाबों का निर्माण हुआ, जिससे 16,938 ग्रामीणों को आजीविका(Amrit Sarovar Chhattisgarh) में मदद मिली।
वर्तमान में दूसरे चरण (2025-26) की शुरुआत हो चुकी है। इस फेज़ में 207 नए सरोवरों को मंजूरी दी गई है, जिनमें से 55 का काम पूरा हो चुका है, जबकि 102 तालाबों का निर्माण प्रगति पर है।
ये हैं संभागवार संख्या
बिलासपुर – 40
बस्तर – 37
रायपुर – 26
दुर्ग – 28
सरगुजा – 33