संपादकीय: टीम इंडिया की अद्भुत अविस्मरणीय जीत

संपादकीय: टीम इंडिया की अद्भुत अविस्मरणीय जीत

Amazing unforgettable victory of Team India

victory of Team India


victory of Team India: टी-20 वल्र्ड कप में भारतीय क्रिकेट टीम ने एक रोमांचक मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका को हराकर अद्भुत और अविस्मरणीय जीत हासिल कर भारत के 140 करोड़ लोगों का दिल जीत लिया। रोहित शर्मा की कप्तानी में टीम इंडिया ने अपने ग्रुप के सभी मैच जीतकर फाइनल में प्रवेश किया था।

वहीं दूसरी ओर दक्षिण अफ्रीका ने भी अपने ग्रुप के सभी मैच जीतकर वल्र्ड कप के इतिहास मेें पहली बार फाइनल में जगह बनाई थी।

फाइनल मुकाबला बेहद रोमांचक होने की उम्मीद थी और ऐसा ही हुआ। पूरे वल्र्ड कप के दौरान हर मैच नीरस था। लेकिन फाइनल मुकाबले ने भारत और दक्षिण अफ्रीका की टीम ने अपना सबकुछ झोंक दिया था इसलिए दोनो के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिली।

टॉस जीतकर भारतीय टीम के कप्तान रोहित शर्मा ने पहले बल्लेबाजी करने का फैसला लिया था। लेकिन मात्र 23 रनों के स्कोर पर कप्तान रोहित शर्मा सहित तीन विकेट गिर गए। किन्तु विराट कोहली जो पूरे टूर्नामेंट में नहीं चल पाए थे। उन्होंने एक छोर संभाल लिया और शानदार 76 रन बना डाले।

अक्षर पटेल और शिवम दुबे ने भी शानदार बल्लेबाजी की और भारतीय टीम के स्कोर को 176 रनों तक पहुंचा दिया। इस मैदान पर यह किसी भी टीम का सबसे बड़ा स्कोर था ऐसे में भारत की जीत सुनिश्चित लग रही थी। किन्तु दक्षिण अफ्रीका की टीम ने भी शानदार खेल दिखाया।

एक समय तो स्थिति यह आ गई थी कि आखिरी की 24 गेंदों पर अफ्रीका को सिर्फ 26 रनों की दरकार थी। और उसके छह विकेट बाकी थे।

क्रीज पर मौजूद दोनों धाकड़ बल्लेबाज भारतीय स्पीनरों को धुनाई कर रहे थे। ऐसे मेें भारत की हार की आशंका बलवती हो गई थी।

भारत में तो कई लोगों ने टीवी बंद कर दिया था और सोशल मीडिया पर भारतीय क्रिकेट टीम की आलोचना भी शुरू कर दी थी किन्तु तभी चमत्कार हुआ और 23 गेंदों पर 50 रन बनाने वाले क्लासेन विकेट गिरने के बाद टीम इंडिया ने गेम में वापसी कर ली ।

भारत की ओर से 19वां ओवर अर्शदीप सिंह ने डाला और मात्र आठ रन दिये। इस तरह 20वें और आखिरी ओवर में दक्षिण अफ्रीका को 16 रन बनाने थे।

डेविड मिलर जैसा खेल रहे थे उसे देखते हुए यही लगा कि वे दक्षिण अफ्रीका को जीत दिला सकते हैं किन्तु यही मैच का टर्निंग प्वांइट आया और बीसवें ओवर की पहली गेंद जो हार्दिक पंडेया ने डाली थी।

उसपर डेविड मिलर ने जोरदार शाट लगाया गेंद बाउंडरी लाइन के बाहर जा रही थी। लेकिन सूर्यकुमार यादव ने इस पूरे टूर्नामेंट का सबसे बेहतरीन कैच लपक कर मैच का रूख बदल दिया।þ

सूर्यकुमार यादव के इस शानदार कैच ने भारतीय क्रिकेट टीम के सूर्यास्त को सूर्योदय में बदल दिया। यह भी एक संयोग है कि 1983 में वन डे वल्र्ड कप में भारतीय टीम ने फाइनल मैच में वेस्टइंडीज को हराया था।

तब कपिल देव ने भी ऐसा ही कैच पकड़कर मैच का रूख बदल दिया था। वैसे तो टीम इंडिया की इस जीत में सभी खिलाडिय़ों का समान रूप से योगदान रहा है लेकिन सूर्यकुमार यादव के कैच को भारतीय क्रिकेट प्रेमी सालों साल नहीं भूल पाएंगे। टी-20 मैच में 17 सालों के बाद और आईसीसी ट्राफी में 11 साल बाद मिली यह जीत वाकई अद्भुत है।

इसके लिए टीम इंडिया की जितनी भी तारीफ की जाए वह कम है टीम इंडिया ने गेंदबाजी और बल्लबाजी के साथ ही क्षेत्र रक्षण में भी कमाल का प्रदर्शन किया और रोहित शर्मा ने शानदार कप्तानी की। सभी के समवेत प्रयासों से भारतीयों को यह खुशी मिली है जिसके लिए टीम इंडिया साधुवाद की पात्र है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *