Amarnath Yatra Bus Accident : श्रद्धा की राह में हादसा…अमरनाथ यात्रा के काफिले में चार बसों की टक्कर…35 से अधिक घायल…

रामबन, 5 जुलाई| Amarnath Yatra Bus Accident : अमरनाथ यात्रा में इस बार सिर्फ आस्था नहीं, हादसे की हकीकत भी सामने आई। शनिवार को एक बड़ा सड़क हादसा उस वक्त हुआ जब तीर्थयात्रियों को पहलगाम ले जा रहे काफिले की चार बसें आपस में भिड़ गईं। हादसा रामबन जिले के चंदरकोट लंगर स्थल पर हुआ, जिसमें 35 से ज्यादा श्रद्धालु घायल हुए।
इस दुर्घटना ने न केवल श्रद्धालुओं की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े किए, बल्कि यात्रा प्रबंधन की तैयारियों को लेकर भी चिंता बढ़ा दी।
कैसे हुआ हादसा?
प्रारंभिक जांच के मुताबिक, काफिले की एक बस का ब्रेक फेल हो गया, जिससे वह सीधे सामने खड़ी बस से टकरा गई। पीछे से आ रही अन्य दो बसें भी एक के बाद एक भिड़ (Amarnath Yatra Bus Accident)गईं।
घटना इतनी भीषण थी कि बसों के अगले हिस्से के परखच्चे उड़ गए, और कई श्रद्धालु सीटों से गिर पड़े।
घायलों का इलाज जारी
रामबन के डिप्टी कमिश्नर के मुताबिक,
कुल 36 यात्री घायल हुए हैं, जिनमें अधिकतर को मामूली चोटें आई हैं।
सभी घायलों को जिला अस्पताल रामबन (DHB) में भर्ती किया गया है।
स्थिति नियंत्रण में है और किसी की जान को खतरा नहीं बताया गया (Amarnath Yatra Bus Accident)है।
सुरक्षा के दावे बनाम ज़मीनी हकीकत
हालांकि यात्रा मार्ग पर प्रशासन ने सुरक्षा के पूरे दावे किए हैं। कठुआ के एसएसपी शोभित सक्सेना ने बताया कि—
यात्रा के लिए काफिलों को छोटे जत्थों में भेजा जा रहा है
हर पड़ाव पर पुलिस और केंद्रीय सुरक्षा बलों की मौजूदगी है
CCTV निगरानी और पेट्रोलिंग टीम्स पूरी तरह सतर्क हैं
मगर इस हादसे ने ये संकेत भी दे दिए हैं कि तकनीकी चूक या वाहन की खराबी किसी भी वक्त श्रद्धालुओं को खतरे में डाल सकती है।
आस्था अब सवालों के घेरे में
अमरनाथ यात्रा भारत की सबसे पवित्र यात्राओं में से एक मानी जाती है। हर साल लाखों श्रद्धालु इस कठिन मार्ग पर भगवान शिव के दर्शन के लिए निकलते (Amarnath Yatra Bus Accident)हैं। ऐसे में सवाल ये है कि—
“क्या श्रद्धा की यह राह वाकई पूरी तरह सुरक्षित है?”
“क्या तकनीकी जांच और वाहन फिटनेस की प्रक्रिया पर्याप्त है?”