Aiims Raipur को छत्तीसगढ़ के साथ अब झारखंड का भी जिम्मा, करेगा ये काम
रायपुर/नवप्रदेश। एम्स रायपुर (aiims raipur) को कोरोना (corona) से निपटने के लिए केंद्र सरकार की ओर से एक और बड़ी जिम्मेदारी दी गई है। एम्स रायपुर को छत्तीसगढ़ (chhattisgarh and jharkhand) और झारखंड के 12 मेडिकल कॉलेज की लैब (lab) को कोरोना टेस्टिंग (corona testing approval) की मंजूरी देने के लिए इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) के द्वारा अधिकृत किया गया है।
एम्स रायपुर (aiims raipur) की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक, उसे छत्तीसगढ़ (chhattisgarh and jharkhand) और झारखंड के 12 मेडिकल कॉलेज की लैब (lab) टेस्टिंग के संसाधन उपलब्ध होने पर कोरोना टेस्टिंग (corona testing approval) की मंजूरी देने का अधिकार प्रदान किया गया है। इसमें सरकारी और निजी दोनों मेडिकल कॉलेज शामिल हैं। केंद्रीय गृह मंत्रालय और केंद्रीय परिवार एवं स्वास्थ्य कल्याण मंत्रालय के निर्देश पर आईसीएमआर ने एम्स रायपुर (aiims raipur) समेत देश के 13 प्रमुख चिकित्सा संस्थानों को कोविड-19 टेस्टिंग लैब को मंजूरी देने के लिए अधिकृत कर दिया है।
आईसीएमआर के निर्देशों के अनुसार इन मेडिकल कालेजों के संसाधनों को परखने के लिए एक कोर टीम गठित की जाएगी जो लैब के लिए आवश्यक उपकरणों, सुरक्षा मानकों और संसाधनों को परखेगी। संतुष्ट होने पर इसकी अनुशंसा पर एम्स के निदेशक लैब को कोविड टेस्ट के लिए मंजूरी दे सकते हैं।
छत्तीसगढ़ में इन मेडिकल कॉलेज की लैब को मिल सकती है मंजूरी
छत्तीसगढ़ के जिन मेडिकल कालेजों की लैब को कोरोना (corona) की टेस्टिंग दी जा सकती है उनमें श्री शंकराचार्य इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज भिलाई, छत्तीसगढ़ इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज बिलासपुर, चंदूलाल चंद्राकर मेमोरियल मेडिकल कॉलेज दुर्ग, स्व. श्री लक्खी राम अग्रवाल मेमोरियल गर्वनमेंट मेडिकल कॉलेज रायगढ़, पं. जेएनएम मेडिकल कॉलेज रायपुर, रायपुर इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज रायपुर, भारत रत्न श्री अटल बिहारी वाजपेयी मेमोरियल मेडिकल कॉलेज राजनंदगांव और गर्वनमेंट मेडिकल कॉलेज अंबिकापुर शामिल हैं।
झारखंड के ये मेडिकल कॉलेज शामिल
झारखंड के पाटलीपुत्र मेडिकल कॉलेज, धनबाद, डुमका मेडिकल कॉलेज, दिग्घी, हजारीबाग मेडिकल कॉलेज और पलामू मेडिकल कॉलेज को टेस्टिंग की मंजूरी मिल सकती है।
आईसीएमआर की चेक लिस्ट पूरी करने पर मंजूरी : डॉ. नागरकर
इस संबंध में एम्स रायपुर के निदेश प्रो. (डॉ.) नितिन एम नागरकर ने नवप्रदेश को बताया कि आईसीएमआर द्वारा लैब अप्रूवल को लेकर एक चेक लिस्ट दी है। पहले देखा जाएगा कि संबंधित मेडिकल कॉलेजों, अस्पतालों ने चेक लिस्ट पूरी की है या नहीं। चेेक लिस्ट पूरी करने पर टेस्टिंग की मंजूरी दी जाएगी। इसके लिए एम्स रायपुर की टीम की ओर से प्रत्यक्ष या वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संबंधित संस्थानों का इंस्पेक्शन किया जाएगा। आईसीएमआर से विचार विमर्श किया जाएगा। उन्होंने बताया कि नए अधिकार मिलने के बाद एम्स शीघ्र ही अन्य जिलों में टेस्टिंग सुविधाएं प्रारंभ करने का प्रयास करेगा, जिससे कोरोना वायरस की अधिक से अधिक टेस्टिंग की जा सके। इसके लिए हर संभव उपाय किए जाएंगे।