संपादकीय: खोदा पहाड़ निकला चूहा वो भी मरा हुआ

After digging a mountain, a rat was found, and that too a dead one.

Editorial: लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने जिस हाईड्रोजन बम की बात कही थी उसे उन्होंने बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान के एक दिन पहले आखिरकार फोड़ दिया। उन्होंने नई दिल्ली में एक प्रजेन्टेशन दिया और हरियाणा विधानसभा चुनाव के दौरान 25 लाख रूपये चोरी किये जाने का सनसनीखेज आरोप लगाया। इसके पहले राहुल गांधी ने और दो बार इसी तरह का प्रेजेन्टेसन दिया था जिसने उन्होंने कर्नाटक तथा महाराष्ट्र में वोट चोरी कराये जाने का आरोप लगाया था और चुनाव आयोग पर कई गंभीर आरोप लगाये थे।

उनके आरोपों का चुनाव आयोग ने तत्काल जवाब दिया था और राहुल गांधी को चैलेंज दिया था कि वे अपने आरोप सिद्ध करके दिखायें या फिर इसके लिए माफी मांगे किन्तु राहुल गांधी ने दोनों में से कोई भी एक काम नहीं किया उल्टे उन्होंने बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों का एलान होने से पहले बिहार में जाकर 16 दिनों की वोटर अधिकार यात्रा निकाली जिसमें बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की शामिल हुए और इन दोनों ने बिहार में घूम घूमकर केन्द्र सरकार पर चुनाव के जरिए वोट चोरी करने के आरोप लगाये। तथा वोट चोर गद्दी छोड़ का नारा उछाला था उनका यह नारा और पूरा अभियान टांय टांय फिश हो गया। बिहार में वोट चोरी का मुद्दा खत्म हो गया।

यहां तक की राहुल गांधी के साथ वोटर अधिकार यात्रा निकालने वाले तेजस्वी यादव ने भी वोट चोरी के मुद्दे से किनारा कर लिया क्योंकि बिहार में वोट चोरी का कोई एक मामला भी सामने नहीं आया। चुनाव आयोग ने बिहार में जो एसआईआर कराया था उसे लेकर न तो किसी मतदाता ने कोई शिकायत की कि उसका वोट काटा गया है और न ही एसआईआर में शामिल राजनीतिक पार्टियों के पीएलओं ने कहीं कोई शिकायत दर्ज कराई। अब यह मुद्दा खत्म हो चुका था लेकिन बिहार में पहले चरण के मतदान के ठीक पहले राहुल गांधी ने फिर वोट चोरी का मुद्दा उठाकर बाशी कढ़ी में उबाल लाने की कोशिश की है। पिछले एक माह से राहुल गांधी जिस हाईड्रोजन बम की बात कर रहे थे वह भी चूटचूटी पटाका ही साबित हुआ। दूसरे शब्दों में कहे तो खोदा पहाड़ निकला चूहा वो भी मरा हुआ। राहुल गांधी ने हरियाणा विधानसभा चुनाव के दौरान वोट चोरी का जो आरोप लगाया है उस पर चुनाव आयोग ने तत्काल कड़ी प्रतिक्रिया दी है और राहुल गांधी के आरोपों का पूरजोर ढग़ से खंडन किया है। राहुल गांधी ने इस बार भी कोई नई बात नहीं कि है। कर्नाटक और महाराष्ट्र में वोट चोरी करने का आरोप लगाने हुए जो बाते कही
थी उसे ही फिर एक बार उन्होंने हरियाणा के संदर्भ में दोहराया है। उनके इस आरोप पर भाजपा ने भी भाजपा ने भी राहुल गांधी पर निशाना साधा है और कहा है कि चुनाव दर चुनाव कांग्रेस को पराजय का सामना करना पड़ रहा है। इसलिए राहुल गांधी अपनी असफलता पर पर्दा डालने के लिए इस तरह के बेबुनियाद आरोप लगाते रहते हैं। पहले तो वे ईवीएम को दोषी ठहराते थे लेकिन जब सुप्रीम कोर्ट ईवीएम की विश्वसनियता पर सहमति की मुहर लगा दी तो अब वे वोट चोरी का नया शिगुफा छोड़ रहे हैं।

यदि उनके पास वास्तव में वोट चोरी के पुख्ता प्रमाण है तो वे न्यायालय का दरवाजा क्यों नहीं खटखटाते। प्रेस कांफ्रेन्स करके वे चुनाव आयोग को बदनाम करने से उन्हें कुछ हासिल नहीं होगा। भाजपा के मुताबिक राहुल गांधी वोट चोरी का झूठा आरोप लगाकर देश में भ्रम फैला रहे हैं। उनका झूठ उनके अपने बयान से ही साफ उजागर हो गया है कि हरियाणा में यदि 25 लाख वोट चोरी हुए हैं तो वहां भाजपा सिर्फ 1 लाख वोटों के अंतर से ही क्यों जीती है।

गौरतलब है कि हरियाणा विधानसभा चुनाव में भाजपा को लगभग 56 लाख वो मिले थे और कांग्रेस को 55 लाख वोट मिले थे यदि भाजपा ने 25 लाख वोट भी चोरी कराई होती तो उसकी जीत का अंतर 1 लाख से बहुत अधिक कई लाख का होता। कुल मिलाकर राहुल गांधी ने एक बार फिर वोट चोरी का शिगूफा छोड़कर बिहार में भी महागठबंधन का खेल खराब करने में कोई कसर नहीं छोडी है। उन्होंने स्पष्ट किया है कि जिस तरह हरियाणा में 25 लाख वोटों की चोरी की गई है उसी तरह बिहार में भी बड़े पैमाने पर वोटो की चोरी हो रही है। इसका मतलब है कि कांग्रेस ने हार मान ली है।

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