नर्सरी स्कूल का बच्चा बैग में बंदूक लेकर पहुंचा स्कूल; तीसरी कक्षा के बच्चे पर चला दी गोली..
-पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि लड़के के पास बंदूक कहां से आई
पटना। nursery school child reached school with a gun: बिहार के सुपौल जिले के त्रिवेणीगंज में हुई एक घटना से हर कोई हैरान है। स्कूल के नर्सरी छात्र ने तीसरी कक्षा में पढऩे वाले 10 वर्षीय लड़के पर गोली चला दी। इस घटना में छात्र के बाएं पैर में गोली लग गयी। नर्सरी स्कूल का एक लड़का अपने स्कूल बैग में बंदूक लेकर पहुंचा था। स्कूल में हुई गोलीबारी में घायल बच्चे को इलाज के लिए नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। फिलहाल बच्चे का इलाज चल रहा है।
घटना से स्कूल में सनसनी फैल गयी। घटना की सूचना तुरंत पुलिस को दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने जांच शुरू कर दी है और पूछताछ कर रही है कि नर्सरी में पढऩे वाले बच्चे के पास बंदूक कहां से आई। स्थानीय लोगों के मुताबिक आरोपी छात्र के पिता उसी स्कूल में सिक्योरिटी गार्ड के पद पर कार्यरत थे। घटना स्कूल में प्रार्थना से पहले की है।
घायल छात्र के माता-पिता को स्कूल के प्रिंसिपल ने बताया कि बच्चे को गोली (nursery school child reached school with a gun) लगी है। स्कूल ने अभिभावकों को संदेश भेजा कि बच्चे को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जैसे ही यह जानकारी आरोपी लड़के के पिता को पता चली तो वह तुरंत स्कूल पहुंचे और प्रिंसिपल की टेबल पर रखी बंदूक और लड़के को लेकर स्कूल से फरार हो गए। वह अपने साथ लाई बाइक स्कूल में ही छोड़ गया।
इस बीच घायल छात्र के अभिभावक ने स्कूल प्रशासन और पुलिस से मामले की गहन जांच (nursery school child reached school with a gun) करने की मांग की है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों। इस तरह की घटना से पीडि़त बच्चे के माता-पिता सदमे में हैं। माता-पिता को यकीन नहीं हो रहा है कि एक छोटा बच्चा ऐसी गोली चला सकता है। उन्होंने पुलिस से आरोपी के माता-पिता से भी पूछताछ करने की मांग की है।
हर रोज चेक करें बच्चों का बैग, पुलिस अधीक्षक भी हैं हैरान!
नर्सरी के एक छात्र ने स्कूल में तीसरी कक्षा में पढऩे वाले 10 वर्षीय लड़के को गोली मार दी। गोली उसके बाएं पैर में लगी। घायल बच्चे को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। आखिर नर्सरी के लड़के के हाथ में बंदूक कैसे आई, हम इसकी जांच कर रहे हैं। पुलिस अधीक्षक शैशव यादव ने कहा कि हम जिले भर के स्कूलों में नियमित रूप से बच्चों के बैग की जांच करने का प्रयास करेंगे।