भारतमाला परियोजना में संलग्न कंपनी ने CSR मद से छात्राओं को साइकिल वितरित की, शिक्षा की राह हुई आसान

Bicycles distributed to girl student
– एनएचएआई के क्षेत्रीय अधिकारी प्रदीप कुमार लाल हुए मुख्य अतिथि के रूप में शामिल
– भारतमाला परियोजना में संलग्न कंपनी ने सीएसआर मद से किया वितरण
रायपुर। Bharatmala project distributed bicycles: शिक्षा की पहुँच हर बच्चे तक सुनिश्चित हो, संसाधनों की कमी के कारण कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित न रहे। समाज तभी सशक्त बन सकता है जब हर बच्चा शिक्षित होकर अपने सपनों को साकार करने की दिशा में आगे बढ़े। ये बातें भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण रायपुर के क्षेत्रीय अधिकारी प्रदीप कुमार लाल ने धमतरी जिले के शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, कुरुद में आयोजित साइकिल वितरण समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में कही।
शुक्रवार को धमतरी जिले के शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, कुरुद की 101 छात्राओं को साइकिल वितरित की गई। इस अवसर पर भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण रायपुर के क्षेत्रीय अधिकारी प्रदीप कुमार लाल ने कहा कि जब एक भी बच्चा अपनी पढ़ाई अधूरी छोड़ता है, तो हमारा विकास अधूरा रह जाता है। हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है कि हर बच्चे तक शिक्षा की पहुँच सुनिश्चित हो और कोई भी केवल संसाधनों की कमी के कारण शिक्षा से वंचित न हो। उन्होंने कहा कि छात्राओं को प्राप्त ये साइकिलें केवल एक साधन नहीं, बल्कि आत्मनिर्भरता और सशक्तिकरण का प्रतीक हैं। इससे निश्चित ही छात्राओं में शिक्षा को लेकर नई प्रेरणा मिलेगी और स्कूल तक की यात्रा आसान होगी।
सीएसआर मद से साइकिल वितरित
भारत सरकार के भारतमाला परियोजना के अंतर्गत निर्माण कार्य में संलग्न मेसर्स शालीमार रोड इंफ्रास्ट्रक्चर्स प्राइवेट लिमिटेड द्वारा कॉरपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी के तहत कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कंपनी ने छात्राओं में शिक्षा के प्रोत्साहन के लिए 101 छात्राओं को साइकिलें वितरित की। इस मौके पर स्कूली विद्यार्थियों ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम और लोक नृत्य की शानदार प्रस्तुती दी। इस अवसर पर परियोजना कार्यान्वयन इकाई- अभनपुर के परियोजना निदेशक शमशेर सिंह, प्रखर अग्रवाल शालीमार रोड इंफ्रास्ट्रक्चर्स प्रा. लि. के प्रोजेक्ट हेड ब्रजेन्द्र, प्रदीप कुमार सिंह, नागमणि, सुनील कुमार पटेल समेत विद्यालय के प्राचार्य, शिक्षकगण एवं छात्राएँ उपस्थित रहे।