Big Breaking Patwari : इस पटवारी को दी गई लापरवाही का नोटिस
बेमेतरा/नवप्रदेश। Big Breaking Patwari : संभागयुक्त महादेव कावरे ने कल संभाग के समस्त राजस्व अमलो को गिरदावरी के कार्यों में किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरतते हुए पूरी गंभीरता से करने के निर्देश दिए, वहीं दूसरी ओर वे स्वयं गांव की गलियों और खेतों के मेढ़ पर चलते हुए किसानों के खेतों तक पहुंचकर स्वयं गिरदावरी के कार्यों का निरीक्षण कर रहे हैं। जिसके तहत उन्होंने आज संभाग के तीन जिले दुर्ग, बेमेतरा एवं खैरागढ़-छुईखदान-गंडई के ग्रामों में गिरदावरी कार्य का निरीक्षण किया।
गिरदावरी कार्य में लापरवाही बर्दाश्त नहीं
कावरे द्वारा दुर्ग जिले के धमधा तहसील अन्तर्गत धमधा में पटवारी (Big Breaking Patwari) हल्का नंबर 09 मे खसरा नं 1120 में पाया की कृषक के खेत में निर्मित मकान एवं सड़क का रकबा, फसल के रकबे में कम नहीं किया गया है। जिस पर कावरे ने संबंधित पटवारी हेमंत महंत को कारण बताओं नोटिस जारी किया, इसी प्रकार तहसील धमधा के ही ग्राम राजपुर में खसरा नं 139 के प्रतिवेदन में धान, तुवर, सोयाबीन एवं टमाटर की फसल दर्शाई गई है, कावरे द्वारा निरीक्षण के दौरान संबंधित खसरे में सोयाबीन की फसल नहीं पाई गई, जिस पर कावरे ने पटवारी ओंकार देशमुख को तत्काल कारण बताओ नोटिस जारी किया गया एवं तहसीलदार देशलहरा को फटकार लगाते हुए गिरदावरी सर्वेक्षण करने के निर्देश दिए।
बेमेतरा जिले के साजा अनुविभाग के गातापार ग्राम में निरीक्षण के दौरान कावरे ने किसानों के साथ उनके खेत पहुंच कर गिरदावरी कार्य का अवलोकन किया एवं पटवारी श्री विष्णु वर्मा द्वारा तैयार किए गए प्रतिवेदन का अवलोकन किया। इसी प्रकार खैरागढ- छुईखदान- गंडई जिला अंतर्गत गंडई अनुविभाग के उदान ग्राम में खसरा नं 200/1 के निरीक्षण के दौरान कृषक गौतम के खेत में लगे टमाटर के फसल का निरीक्षण किया एवं गिरदावरी कार्य का अवलोकन किया साथ ही उपस्थित किसानों को धान के बदले अन्य फसल के संबंध में भी सुझाव दिए। जिस दौरान तहसीलदार गंडई टी के वर्मा भी उपस्थित थे।
गिरदावरी सर्वेक्षण की ऑनलाइन एंट्री भी हो शत प्रतिशत
संभागायुक्त कावरे ने किसानों के रकबे का खसरा (Big Breaking Patwari) और नक्शा का मिलान करते हुए पूरी पारदर्शिता और त्रुटिरहित करने के निर्देश तहसीलदार, पटवारी, आरआई सहित समस्त राजस्व अमले को गिरदावरी के कार्यों को गंभीरता से करते हुए गिरदावरी रिपोर्ट में खेत के मेढ़ में वृक्ष, धान के अलावा लगाए गए अन्य फसल का स्पष्ट उल्लेख करते हुए खसरा क्रमांक और वास्तविक रकबे में लगाए गए फसल का सही जानकारी दर्ज पर ऑनलाइन प्रविष्टि को भी प्राथमिकता से करने के निर्देश दिए गए हैं।