Bhent-Mulakat : “हसदेव अरण्य विवाद ” पर सीएम आग-बबूला, विरोधियों के लिए कहा – गलत आंकड़े बताकर कर रहे गुमराह
रायपुर, नवप्रदेश। हसदेव अरण्य का विवाद काफी समय से चल रहा है और हसदेव अरण्य के काटे जाने वाले विरोधियों ने सरकार पर पर्यावरण (Bhent-Mulakat) को बर्बाद करने का आरोप लगाया था और आदिवासियों का भविष्य मुसीबत में डालने के लिए भूपेश सरकार को ही जिम्मेदार ठहराया था।
वहीं आज भेंट मुलाकात के दौरान सीएम बघेल (Bhent-Mulakat) ने प्रेस वार्ता में हसदेव अरण्य में पेड़ काटे जाने का विरोध (Bhent-Mulakat) कर रहे लोगों पर निशाना साधते हुए कहा कि लोगों ने इस मामले में राजनीति कर दिया है। लोग आंकड़े गलत बताकर गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं।
8 हजार पेड़ की जगह 8 लाख पेड़ काटे जाने का हल्ला कर रहे हैं। तबकि अगर कोई चीज कम होती है तो उसकी दोबारा भरपाई भी की जाती है। जिस तरह जितने पेड़ काटे जाएंगे उतने ही उसके भरपाई के लिए लगाए भी जाएंगे। वहीं अगर कोयले की बात करें तो जितनी जरूरत होगी उतना ही कोयला दिया जाएगा।
सीएम ने विरोध करने वाले लोगों पर तंज कसते हुए कहा कि अगर अरण्य की इतनी ही चिंता है तो पहले खुद के घर का एसी, कूलर, पंखा, फ्रीज सब बंद करें फिर सरकार की नीतियों पर सवाल खड़ा करें।
उन्होने आगे कहा कि सरकार की नीतियों से बस्तर में बेहद ही परिवर्तन दिख रहा है। जल-जंगल-जमीन सबकुछ आदिवासियों की धरोहर है, उन्हे वापस दिलाने के लिए कार्य किया जा रहा है। हम अपने पूर्वजों का सपना साकार करने की कोशिश कर रहे हैं। वे चाहते थे कि छत्तीसगढ़ एक समृद्ध राज्य हो।
अधिकारियों को सीएम की नसीहत, संवेदशीलता से करें काम
गौवंशीय सर्वे और पशुपालकों के संदर्भ में जानकारी ली गई। पशुपालकों की पंजीयन संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए ताकि अधिक से अधिक पशुपालकों से गोबर खरीदी की जा सके।
नारायणपुर में गौठान और गोबर खरीदी की जानकारी लेकर
गोबर खरीदी हेतु तेजी से पशुपालकों के पंजीयन कराने और गोबर खरीदी को अभियान के रूप में चलाने के निर्देश दिए।
नारायणपुर जिले में आवर्ती चराई की जानकारी ली गई। नारायणपुर में 8 आवर्ती चराई है। सभी आवर्ती चराई में पानी की व्यवस्था करने एवं एक्टिविटी संचालित करने के निर्देश दिए।
मौसम को देखते हुए बाड़ी योजना में अदरक, हल्दी और कालीमिर्च लगाने के लिए ग्रामीण किसानों को प्रोत्साहित करने को कहा।
रूरल इंडस्ट्रियल पार्क की स्थापना की कार्ययोजना पर विस्तार से चर्चा हुई। ब्लैक बोर्ड पर लिखने वाली चाक बनाने की यूनिट लगाने की कार्ययोजना बनाने के निर्देश।
सभी गौठानो में एक ही तरह की गतिविधियों की बजाय अलग-अलग तरह की गतिविधियां संचालित करने एवं मार्केटिंग सुविधा का ध्यान रखते हुए उत्पाद के मार्केटिंग की व्यवस्था करवाने के निर्देश दिए।
महिला बाल विकास के सुपोषण अभियान की जानकारी ली गई। पिछले साल गंभीर कुपोषित 15% थे, इस साल घटकर 12% में आ गए हैं। एक साल में गंभीर कुपोषितों की 3% कमी आई।
वन अधिकार मान्यता पत्रक वितरण की समीक्षा की गई।
छात्रों को रहने के लिए बेहतर व्यवस्था उपलब्ध कराने के लिए आश्रम छात्रावास में मरम्मत के कार्य करवाने के निर्देश दिए गए।
स्कूलों में जाति-प्रमाण पत्र बनाने के कार्यों की समीक्षा की गई।
समाज कल्याण विभाग के कार्यो की समीक्षा, पेंशन की जानकारी ली गई।
आम आदमी और महिलाओं की आय में वृद्धि हो, सभी गौठान को रूरल इंडस्ट्रियल पार्क बनाएं ताकि लोगों की आय में वृद्धि हो।
अधिकारियों को अंदरूनी क्षेत्र में कार्य का सतत निरीक्षण करने के निर्देश दिए।