Astrology : विवाह में देरी क्यों हो रही है, जानें इन योगों के बारे में, जानें आयार्य देवव्रत से
रायपुर, नवप्रदेश : धर्म शास्त्र बात करें तो आपकी शादी के योग बनने में देर क्यों होती हैं ऐसे कौन से योग बनते हैं जिनसे शादी जैसे शुभ कार्यों में देरी होती हैं। अंतर्राष्ट्रीय ज्योतिषी एवं वास्तु विशेषज्ञ डॉ. देबब्रत गुरुजी से जानें इन योगों (Astrology) के बारे में…
के अनुसार हमारी कुंडली में ऐसे कई योग बनते हैं, जिनसे आपके कई शुभ कामों में देरी होती है। वहीं (Astrology)
1.कुंडली के सप्तम भाव में बुध और शुक्र दोनों हो तो विवाह की बातें होती रहती हैं, लेकिन विवाह काफी समय के बाद होता है।
2.चौथा भाव या लग्न भाव में मंगल हो और सप्तम भाव में शनि हो तो व्यक्ति की रुचि शादी में (Astrology) नहीं होती है।
3.सप्तम भाव में शनि और गुरु हो तो शादी (Astrology) देर होती है।
4.चंद्र से सप्तम में गुरु हो तो शादी देर से होती है।
5.चंद्र की राशि कर्क से गुरु सप्तम हो तो विवाह में बाधाएं आती हैं।
6.सप्तम में त्रिक भाव का स्वामी हो, कोई शुभ ग्रह योगकारक नही हो तो विवाह में देरी होती है।
7.सूर्य, मंगल या बुध लग्न या लग्न के स्वामी पर दृष्टि डालते हों और गुरु बारहवें भाव में बैठा हो तो व्यक्ति में आध्यात्मिकता अधिक होने से विवाह में देरी होती है।
8.लग्न (प्रथम) भाव में, सप्तम भाव में और बारहवें भाव में गुरु या शुभ ग्रह योग कारक न हो और चंद्रमा कमजोर हो तो विवाह में बाधाएं आती हैं।
9.महिला की कुंडली में सप्तमेश या सप्तम भाव शनि से पीड़ित हो तो विवाह देर से होता है।
10.राहु की दशा में शादी हो या राहु सप्तम भाव को पीड़ित कर रहा हो तो शादी होकर टूट सकती है।