‘2030 तक विश्व अर्थव्यवस्था में भारत का योगदान 60 फीसदी होगा – मुकेश अंबानी
-पुणे में चल रहा है एशिया आर्थिक संवाद
–अंबानी ने हरित ऊर्जा को लेकर बेहद सकारात्मक बयान दिया
पुणे। mukesh ambani: पुणे में चल रहे एशिया आर्थिक संवाद (एईडी) में रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक मुकेश मबानी ने भारत की अर्थव्यवस्था को लेकर बेहद सकारात्मक बयान दिया है। पुणे इंटरनेशनल सेंटर पॉलिसी रिसर्च थिंक टैंक और विदेश मंत्रालय द्वारा आयोजित एशिया आर्थिक वार्ता 23 फरवरी से 25 फरवरी तक चलेगी।
शिखर सम्मेलन का विषय ‘लचीला वैश्विक विकास में महामारी पोस्ट वल्र्ड’ है। रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के एमडी और चेयरमैन मुकेश अंबानी ने बुधवार को समिट के उद्घाटन सत्र को संबोधित किया।
भारत दुनिया का सबसे बड़ा बाजार
पीआईसी के अध्यक्ष रघुनाथ माशेलकर से बातचीत में मुकेश अंबानी ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था दुनिया में सबसे तेजी से बढऩे वाली अर्थव्यवस्था है। हमारे पास दुनिया का सबसे बड़ा उपभोक्ता बाजार है।
इस बाजार के आधार पर विश्व अर्थव्यवस्था में हमारा योगदान 2030 तक 60 प्रतिशत तक पहुंच जाएगा। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि भारत अगले दशक में दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा।
दुनिया में एशिया का बढ़ता दबदबा
मुकेश अंबानी ने आगे कहा कि वैश्विक अर्थव्यवस्था में एशिया और खासकर भारत की हिस्सेदारी बढ़ रही है। वर्तमान में एशिया वैश्विक अर्थव्यवस्था में आकर्षण का केंद्र है और इसका दबदबा बढ़ता ही जा रहा है। 2020 में महामारी की चपेट में आने के बावजूद एशियाई देशों की जीडीपी दुनिया में सबसे ज्यादा है। उन्होंने हरित ऊर्जा को बढ़ावा देने और इस क्षेत्र में भारत की अग्रणी भागीदारी के बारे में भी बताया।
शिखर सम्मेलन तीन दिनों तक चलेगा
पुणे इंटरनेशनल सेंटर पॉलिसी रिसर्च थिंक टैंक और विदेश मंत्रालय द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित एशिया आर्थिक संवाद 23 से 25 फरवरी तक आयोजित किया जाएगा। सम्मेलन का विषय पोस्ट-पैंडेमिक वल्र्ड इन रेजिलिएंट ग्लोबल ग्रोथ है, जिसमें विभिन्न क्षेत्रों के दिग्गज महामारी से उबरने के बाद दुनिया के सामने आने वाली चुनौतियों पर चर्चा कर रहे हैं।