231 वी बटालियन-CRPF की पहल पर 4 माओवादियों ने किया आत्मसमर्पण

231 वी बटालियन-CRPF की पहल पर 4 माओवादियों ने किया आत्मसमर्पण

4 Maoists surrendered at the initiative of Battalion-CRPF

Naxal Surrender

दंतेवाड़ा/नवप्रदेश। Naxal Surrender : दंतेवाड़ा जिले के गीदम में बटालियन और CRPF को मंलवार को बड़ी सफलता मिली है। 231 बटालियन जावंगा गीदम की पहल से 4 माओवादियों ने आत्मसमर्पण कर दिया है।

उल्लेखनीय है कि दंतेवाड़ा में पदस्थ सीआरपीएफ DIG विनय कुमार सिंह और बटालियन सीआरपीएफ 231 कमाण्डेंट सुरेन्द्र सिंह के मार्गदर्शन में “बस्तर के वास्ते अमन के रास्ते ” नक्सल विरोधी अभियान चलाया जा रहा है। जिसके तहत शासन की पुनर्वास नीति और नक्सलियों पर बढ़ते दबाव के चलते 4 नक्सल सदस्यों ने मंगलवार को पुलिस उप महानिरीक्षक (परिचालन) CRPF रेंज दन्तेवाडा मुख्यालय में आत्मसमर्पण किया।

आत्मसमर्पण (Naxal Surrender) करने वाले चारों नक्सली कुआकोण्डा निवासी हैं जिसमे 1. माओवादी कमाण्डर फुलपाड मिलिशिया सदस्य हडमा उर्फ मुकेश 2. फुलपाड मिलिशिया सदस्य मुक्का बट्टी निवासी कुआकोण्डा , 3. फुलपाड डीएकेएमएस सदस्य हडमा राम मडावी 4. फुलपाड डीएकेएमएस सदस्य सुक्का मडावी शामिल है। सभी समर्पित नक्सली माओवादी विचारधारा से तंग आकर विनय कुमार सिंह उप महानिरीक्षक (परि) केरिपुबल दन्तेवाडा, सुरेन्द्र सिंह कमाण्डेट 231 बटालियन केरिपुबल, सिद्धाथ तिवारी (गा पु.से.) पुलिस अधीक्षक दनोवाडा, मुनीश कुगार, द्वितीय कमान अधिकारी (ऑप्स)-231 बटालियन, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेन्द्र जायसवाल (रा.पु.से.). उप पुलिस अधीक्षक कमलजीत पाटले (रा.पु.से.) क समक्ष आत्मसमर्पण किया।

231 वी वाहिनी सीआरपीएफ से मिली जानकारी के मुताबिक सभी नक्सली (Naxal Surrender) सदस्य नक्सली कमाण्डर आयतु सन्ना सोढी, लखगा, गडकागी हिडगा किरन के कहने पर नक्सली संगठन से जुड़कर मिलिशिया सदस्य का कार्य कर रहे थे। जिसमें संतरी ड्यूटी, नक्सलीयों के लिए खाने की सामग्रीयों की आपूर्ति करना, मीटिंग के लिए गांव वालों को डरा धमका कर इकट्ठा करना, जगह जगह पर माओवादी विचारधारा का बैनर/पोस्टर लगाना तथा पुलिस फोर्स को नुकसान पहुंचाने के लिए आईईडी लगाना तथा फोर्स के आने की सूचना देने का कार्य करते थे।

(1) आत्मसमर्पित माओवादी हड़मा उर्फ मुकेश मड़काम निम्नलिखित घटनाओं में शामिल था :-

  1. वर्ष 2012 में नक्सली बंद के दौरान दन्तेवाड़ा से सुकमा जाने वाले मुख्यमार्ग पर ग्राम भूसारास करियार घाटी के पास लगभग 25-30 अलग-अलग स्थानों पर रोड़ खोदकर मार्ग अवरोध करने की घटना में शामिल था।
  2. वर्ष 2012 में नक्सली बंद के दौरान दन्तेवाड़ा से सुकमा जाने वाले मुख्यमार्ग पर ग्राम मैलावाड़ा के पास लगभग 08-10 अलग-अलग स्थानों पर रोड़ खोदकर मार्ग अवरोध करने की घटना में शामिल था।
  3. वर्ष 2013 में नक्सली बंद के दौरान ग्राम फुलपाड़ बालक आश्रम को तोड़फोड़ कर क्षतिग्रस्त करने की घटना में शामिल था।
  4. वर्ष 2015 में पुलिस को जान से मारने एवं हथियार लूटने की नियत से ग्राम कोयलान पारा फुलपाड़ से पोरोपरिया जाने वाले मुख्यमार्ग पर लगभग 05 किग्रा IED लगाने की घटना में शामिल था।
  5. इसके अलावा थाना कुआकोण्डा में कई धाराओं में मामला पंजीबद्ध है।

(2) आत्मसमर्पित माओवादी मुक्का वेट्टी निम्नलिखित घटनाओं में शामिल था :-

  1. वर्ष 2013 में नक्सली बंद के दौरान ग्राम फुलपाड़ बालक आश्रम को तोड़फोड़ कर क्षतिग्रस्त करने की घटना में शामिल था।
  2. वर्ष 2015 में नक्सली बंद के दौरान ग्राम कोरीरास से नकुलनार जाने वाले मुख्यमार्ग पर लगभग 90-100 अलग-अलग स्थानों पर रोड़ खोदकर मार्ग अवरोध करने की घटना में शामिल था।
  3. इसके अलावा नक्सली बंद के दौरान ग्राम फुलपाड़ से पालनार जाने वाले मार्ग पर नक्सली बेनर, पोस्टर एवं पाम्पलेट लगाने की घटना में शामिल था।
  4. इसके अलावा थाना कुआकोण्डा में कई धाराओं में मामला पंजीबद्ध है।

(3) आत्मसमर्पित माओवादी हड़मा राम उर्फ गोरे मण्डावी निम्नलिखित घटनाओं में शामिल था :-

  1. वर्ष 2013 में नक्सली बंद के दौरान ग्राम फुलपाड़ बालक आश्रम को तोड़फोड़ कर अतिग्रस्त करने की घटना में शामिल था।
  2. वर्ष 2015 में नक्सली बंद के दौरान ग्राम कोरीरास से नकुलनार जाने वाले मुख्यमार्ग पर लगभग 90-100 अलग-अलग स्थानों पर रोड़ खोदकर मार्ग अवरोध करने की घटना में शामिल था।
  3. इसके अलावा नक्सली बंद के दौरान ग्राम फुलपाड़ से पलनार जाने वाले मार्ग पर नक्सली बेनर, पोस्टर एवं पाम्पलेट लगाने की घटना में शामिल था।

(4) आत्मसमर्पित माओवादी सुक्का उर्फ बोटी मण्डावी निम्नलिखित घटनाओं में शामिल था :-

  1. वर्ष 2012 में नक्सली बंद के दौरान दन्तेवाड़ा से सुकमा जाने वाले मुख्यमार्ग पर ग्राम भूसारास करियार घाटी के पास लगभग 25-30 अलग-अतग स्थानों पर रोड़ खोदकर मार्ग अवरोध करने की घटना में शामिल था।
  2. वर्ष 2013 में नक्सली बंद के दौरान ग्राम किरन्दुल से पालनार जाने वाले मुख्यमार्ग पर ग्राम कलेपाल के पास लगभग 08-09 अलग-अलग स्थानों पर रोड़ खोदकर मार्ग अवरोध करने की घटना में शामिल था।
  3. इसके अलावा नक्सली बंद के दौरान ग्राम फुलपाड़ से पालनार जाने वाले मार्ग पर नक्सली बेनर, पोस्टर एवं पाम्पलेट लगाने की घटना में शामिल था।

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