Ramesh Kumar Comment : ये कैसी घृणित मानसिकता…
Ramesh Kumar Comment : एक ओर तो देश में महिलाओं पर अत्याचार और बलात्कार की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही है और महिलाओं की सुरक्षा का सवाल आज भी अपनी जगह पर बना हुआ है। वहीं दूसरी ओर नेताओं की महिलाओं के प्रति घृणित मानसिकता भी अकसर सामने आती रहती है। ताजा उदाहरण कर्नाटक विधानसभा का है जहां कांग्रेस के एक विधायक रमेश कुमार ने बलात्कार को लेकर अत्यंत आपत्तिजनक टिप्पणी कर महिलाओं का घोर अपमान कर दिया।
उन्होने कहा (Ramesh Kumar Comment) कि यदि बालात्कार को रोक नहीं सकते तो लेट कर उसका मजा लेना चाहिए। कांग्रेस विधायक पूर्व में कर्नाटक विधानसभा के अध्यक्ष भी रह चुके है और उस समय भी उन्होने महिलाओं के प्रति अपनी घृणित मानसिकता का परिचय देते हुए अत्यंत आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। कहने का मतलब यह कि इस तरह की बदजुबानी करने के आदि है। कांग्रेस विधायक रमेश कुमार के इस बयान को लेकर जब बवाल मचा तो उन्होने इसके लिए माफी मांग ली। क्या उन्हे इसके लिए माफ किया जाना चाहिए।
कायदे से तो उन्हे न सिर्फ पार्टी से निकाला जाना चाहिए बल्कि उनको विधायक पद से भी बर्खास्त किया जाना चाहिए। महिलाओं के प्रति ऐसी सोच रखने वालों के लिए प्रजातंत्र के मंदिरों में कोई स्थान नहीं होना चाहिए। यह वही कर्नाटक विधानसभा है जिसके पिछले कार्यकाल के दौरान तीन विधायक सदन के भीतर मोबाईल पर अश्लील वीडियों देखते हुए पाए गए थे।
उन्हे कुछ समय के लिए निलंबित किया गया था लेकिन फिर वे सदन में पहुंच गए थे। इस मामले में उक्त कांग्रेस (Ramesh Kumar Comment) विधायक तो दोषी है ही लेकिन विधानसभा अध्यक्ष और विधानसभा में मौजूद अन्य माननीय भी कम जिम्मेदार नहीं है। उक्त विधायक की टिप्पणी के बाद विधानसभा अध्यक्ष हेगड़े भी हंसने लगे थे और सदन में भी ठहाके लगे थे।
समझ में नहीं आता कि यह कर्नाटक की विधानसभा है या धृतराष्ट की सभा? जहां महिला अस्मिता का इस कदर माखौल उड़ाया गया। इस बारे में उचित कार्यवाही की जानी चाहिए ताकि भविष्य में फिर कभी प्रजातंत्र के पवित्र मंदिरों में कोई इस तरह की गंदी बात करने का और महिलाओं के अपमान का दु:साहस न कर सके।