दिल्ली में हमें गठबंधन की जरुरत नहीं: सिसोदिया
- -हरियाणा-पंजाब में कांग्रेस की हां का इंतजार
नईदिल्ली। लोकसभा चुनाव से पहले दिल्ली में गठबंधन को लेकर बड़ी खबर आई है. दिल्ली में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच गठबंधन नहीं हो पाएगा. आप नेता मनीष सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली में कांग्रेस की एक भी सीट नहीं है फिर भी 3 सीट मांग रही है. सिसोदिया ने कहा कि पंजाब में हमारे चार सांसद और 20 विधायक हैं, फिर भी हमें पंजाब में एक भी सीट नहीं दे रहे हैं.
मनीष सिसोदिया ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए ये जानकारी दी. उन्होंने कहा कि गठबंधन का हमारा मकसद सिर्फ सीटों का बंटवारा नहीं, 18 सीटों पर मोदी-शाह की जोड़ी को नीचे लाने का है. उन्होंने कहा कि देश के संविधान और संघीय ढांचे के लिए सबसे बड़ा खतरा जिस पार्टी से है, उस पार्टी को 18 सीटों पर नीचे लाते, तो यह बहुत बड़ा संदेश जाता की मोदी-शाह की जोड़ी हार रही है.
सिसोदिया ने कहा, हम दिल्ली में भी गठबंधन की जरूरत नहीं समझते. कांग्रेस को दिल्ली में तीन सीट देना दिल्ली में बीजेपी को जिताना है. कांग्रेस सीटों के फॉर्मूले में फंसी है और हम लोग मोदी और अमित शाह को रोकने में जुटे हैं. आखिर कांग्रेस मोदी-शाह की जोड़ी की जीत की संभावना को जीवित क्यों रखना चाहती है?
आप नेता ने कहा कि देश के टुकड़े-टुकड़े करने की मंशा रखने वाली, शहीद हेमंत करकरे जैसे योद्धाओं की शहादत का अपमान करने वाली पार्टी फिर से सरकार बनाती है तो इसकी जिम्मेदार कांग्रेस होगी.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस हरियाणा में भी सीट शेयरिंग के फॉर्मूला पर राजी नहीं है. सिसोदिया से पहले पार्टी के संयोजक गोपाल राय ने भी कांग्रेस पर निशाना साधा था उन्होंने कहा था कि आम आदमी पार्टी और कांग्रेस का गठबंधन तय था. सब बातें फाइनल हो गई थी लेकिन कांग्रेस ने अपने पांव पीछे खींच लिए.