अब पुलिस को फिरोज सिद्धीकी के फकरू की तलाश
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स्टिंग मास्टर का राजदार है ड्राइवर फकरू
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दिल्ली में भी है फिरोज का घर व दफ्तर
नवप्रदेश संवादाता
रायपुर। सूबे में सीडी की सियासत का बेताज बादशाह बन चुका फिरोज सिद्धीकी Firoz siddiqui तो पुलिस अभिरक्षा में है। 24 घंटे से ज्यादा बीतने को है पर पुलिस को अब भी अहम सुराग फिरोज Firoz से नहीं मिला है। अब पुलिस को उसके ड्राइवर फकरू Fakru की तलाश है। फिरोज का सबसे करीबी राजदार फकरू Fakru ही है। राजातालाब निवासी फकरू हर मामलों में फिरोज के रग-रग से वाकिफ है।
इसलिए ब्लैकमेलिंग के बाद वसूली के लिए भी फकरू Fakru ही जाता था। कई मामलों में स्टिंग के शिकार शक्स से भी फकरू Fakru ही जाकर फिरोज से सीधी बात करवाता था। फिलहाल फकरू फरार है और वह पुलिस जांच टीम से बचता घूम रहा है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक फिरोज Firoz siddiqui के करीबी रिश्तेदारों और उसके वाहन चालक फकरू से भी कई मामलों में पूछताछ की जा सकती है। बताते हैं कि फकरू Fakru को फिरोज के हर ठिकानों का पता है। रायपुर, भिलाई-दुर्ग, चिचोला, नागपुर और दिल्ली में भी संपत्तियां कहां है इसकी जानकारी फकरू को है। पुलिस का मानना है कि उससे भी पूछताछ में अहम खुलासा हो सकता है।
दिल्ली में फ्लैट-दफ्तर
फिरोज Firoz ने अपनी इस तरीके की कमाई से कई जगह घर, दफ्तर, फ्लैट और फार्म हाउस लिया है। दिल्ली में भी उसके दफ्तर और फ्लैट होने की जानकारी मिल रही है। यहां से भी वह स्टिंग व अन्य तरीकों से ब्लैकमेलिंग के लिए भूमिकाएं बनाता रहा है। फिलहाल पुलिस दिल्ली की प्रॉपर्टी को जांच में नहीं ली है। क्योंकि वहां उसकी कहां कहां संपत्ति है यह सुराग मिलना बाकि है।
फर्श से अर्श तक पहुंचा
पहले पति-पत्नी टिफिन का धंधा करते थे। बताते हैं कि टिफिन के साथ ही जोगी परिवार से फिरोज ने काफी नजदीकियां रख ली थीं। लोकल केबल अभी-तक में टिफिन व कैंटीन भी फिरोज ही चलाता था। उस वक्त कई विवादों में केबल न्यूज अभी तक के चंद कारिंदे फंसे थे। स्वर्गीय दिलीप सिंह जूदेव का भी स्टिंग करने वालों में कई खाटी से फिरोज का संपर्क था।
जग्गी हत्याकांड के बाद काफी नाम उछला। उस वक्त जब कथित केबल न्यूज वाले यहां से पैकअप किये तब कई जासूसी उपकरण व फोन टेपिंग मशीन समेत स्पाय कैमरा भी पीछे छोड़ गए थे। यहीं से फिरोज ने फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा और ब्लास्ट न्यूज नाम से वेब पोर्टल शुरु किया। पहले मलाईदार विभागों के अफसर स्टिंग के शिकार हुए। इसके बाद फर्श से अर्श पर पहुंच गया टिफिन व्यवसायी।