आबकारी कस्टडी में लगाई फांसी, परिवार के एक सदस्य मिले को सरकारी नौकरी
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आदिवासी युवक के परिवार के एक सदस्य को मिले सरकारी नौकरी : राजा खडगराज सिंह
कवर्धा। चिल्फी थाना के ग्राम बेंदा के आदिवासी युवक ने आबकारी कस्टडी Excise Custody में फांसी लगाकर आत्महत्या Suicide कर ली। इस घटना को लेकर कई सवाल उठ रहे है।
वहीं मृतक के गांव वालों का गुस्सा थम नहीं पाया। 5 गांव के लोगों ने बुधवार की सुबह 11 बजे नेशनल हाइवे पर चक्का जाम भी किया। बताया जा रहा है कि मृतक युवक हरिचन्द्र के ऊपर ही परिवार संभालने की जिम्मेदारी थी। वहीं मृतक के पिता ननकुराम के पास थोडी सी जमीन है जिसपे वे खेती कर दाना पीना चलाते थे।
मृतक हरिचन्द्र की एक डेढ माह की बच्ची भी है और एक छोटा भाई भी है। इस घटना के बाद से परिवार के लोग सहमे हुए है। वहीं घटनाक्रम की जांच करते हुए उचित कार्यवाही की मांग भी की जा रही है।
नगर पंचायत स.लोहारा के राजा खडगराज सिंह Raja Khargaraj Singh ने कहा कि अवैध शराब मामले में विभागीय अधिकारियों के द्वारा 23 जुलाई 2019 को पूछताछ के लिए हरिचन्द्र बैगा को लाया गया और उस पर गैर जमानती धारा 34/2 लगाने के बाद भी कोर्ट में उन्हें पेश नहीं किया गया। वहीं आबकारी विभाग की कस्टडी में ही युवक का शव संदिग्ध हालत में फांसी पर लटकते हुए मिला।
इस मामले में बारिकी से जांच करते हुए कडी कार्यवाही की जानी चाहिए व इस पीडित परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने के साथ ही 10 लाख रूपये की मुआवजा राशि भी दिये जाने की मांग नगर पंचायत अध्यक्ष स.लोहारा के द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से की गई है ताकि इस पीडित परिवार को जीवनयापन करने में भारी दिक्कतों का सामना ना करना पडे।
खडगराज सिंह Raja Khargaraj Singh ने आगे कहा कि मृतक युवक ही अपने परिवार का एकमात्र सहारा था। वहीं अपने पिता के साथ खेत मे काम कर परिवार का संचालन कर पाते थे लेकिन इस घटना के बाद से इस परिवार के ऊपर मुसीबतों का अंबार आ चुका है। राजा खडगराज सिंह Raja Khargaraj Singh ने शासन-प्रशासन से बैगा परिवार को मदद देने व इस परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग की है।