लोन वर्राटू अभियान के तहत तीन नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण, कई घटनाओं में थे शामिल
दंतेवाड़ा/नवप्रदेश। Maoist Surrender : दंतेवाड़ा जिले में चलाये जा रहे नक्सल उन्मूलन अभियान के तहत 231 बटालियन केरिपुबल के अथक प्रयास से आज तीन नक्सलियों ने आत्मसम्पर्ण किया है। जिले के DIG CRPF विनय कुमार सिंह, SP डॉ.अभिषेक पल्लव, 231 बटालियन केरिपुबल के कमाण्डेट सुरेन्द्र सिंह सहित अन्य अधिकारीयों के समक्ष तीनों नक्सलियों ने सरेंडर किया।
विभिन्न ग्रामों के व्यक्ति जो प्रतिबंधित नक्सली संगठन में सक्रिय है उन्हें आत्मसमर्पण करने लोन वर्राटू अभियान (घर वापस आईये) अपील की जा रही है। इसके तहत जिले के थाना,कैम्पों एवं ग्राम पंचायतों में संबधित क्षेत्र के सक्रिय माओवादियों के नाम चस्पा किया जा रहा है ताकि नक्सल गतिविधियों को छोड़ सम्मान पूर्वक जीवन यापन कर सकें।
जिले के एसपी डॉ.अभियेक पल्लव और 231 बटालियन केरिपुबल के द्वारा नक्सली संगठन में सक्रिय माओवादियों से आत्मसमर्पण कर सम्मान पूर्वक जीवन यापन करने के लिए लगातार आह्वान किया जा रहा है जिसका ये नतीजा है कि सोमवार को तीन नक्सलियों ने हिंसा का मार्ग छोड़कर समाज की मुख्यधारा से जुड़े। आत्मसमर्पित नक्सलियों (Maoist Surrender) ने विकास में सहयोग करने की इच्छा भी व्यक्त की।
आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों में ग्राम मिलियमपल्ली मिलिशिया कमाण्डर वावी जोगा, ग्राम मिलियमपल्ली जनमिलिशिया सदस्य सोड़ी दशरू और ग्राम मिलियमपल्ली मिलिशिया सदस्य सोड़ी भीमा ने एक साथ आत्मसमर्पण किया। ये तीनो नक्सली थाना जगरगुण्डा जिला सुकमा के निवासी हैं। माओवादी संगठन के खोखली विचारधारा से तंग आकर एवं छत्तीसगढ़ शासन के पुनर्वास योजना से प्रभावित होकर तीनो माओवादियों ने नक्सल गतिविधियों को त्याग दिया है।
लोन वर्राटू अभियान (Maoist Surrender) के तहत अब तक 116 ईनामी माओवादी सहित कुल 410 माओवादियों ने आत्मसमर्पण कर समाज के मुख्यधारा में जुड़ चुके हैं।
• आत्मसमर्पित मिलिशिया सदस्य ताती जोगा इन घटनाओं में शामिल था –
- वर्ष 2007 में पुलिस को जान से मारने एवं हथियार लूटने की नियत से लंका नाला किनारे 3 अलग-अलग स्थानों पर 5 किग्रा० बजनी आईईडी लगाने की घटना में शामिल था।
- वर्ष 2008 में पुलिस को जान से मारने की नियत से ग्राम मिलियमपल्ली से चिंतलनार जाने वाले मार्ग पर मिलियमपल्ली और चिंतलनार के बीच 3-4 स्थानों पर बूबी ट्रेप्स लगाने की घटना में शामिल था।
- वर्ष 2008 में पुलिस को जान से मारने की नियत से ग्राम मिलियमपल्ली से जगरगुण्डा जाने वाले मार्ग पर ग्राम मिलियमपल्ली और जगरगुण्डा के बीच 2-3 स्थानों पर बूबी ट्रेप्स लगाने की घटना में शामिल था।
• आत्मसमर्पित जनमिलिशिया सदस्य सोड़ी दशरू इन घटनाओं में शामिल था –
- वर्ष 2006 में पुलिस को जान से मारने एवं हथियार लूटने की नियत से थाना बासागुड़ा क्षेत्रान्तर्गत ग्राम तरैम के पास लगभग 30 कि0ग्रा0 वजनी आईईडी लगाकर पुलिस गाड़ी विस्फोट करने की घटना में शामिल था।
- वर्ष 2006 में पुलिस को जान से मारने की नियत से थाना जगरगुण्डा क्षेत्रान्तर्गत ग्राम कोण्डासांवली से अरनपुर के मध्य् जंगल /पहाड़ी में 5 किग्रा० प्रेशर आईईडी विस्फोट करने घटना में शामिल था।
• आत्मसमर्पित मिलिशिया सदस्य सोड़ी भीमा इन घटनाओं में शामिल था-
- वर्ष 2005 में पुलिस को जान से मारने एवं हथियार लूटने की नियत से थाना चिंतलनार से जगरगुण्डा मार्ग पर कोत्तागुड़ा के पास दो अलग अलग स्थानों पर लगभग 5 कि0ग्रा0 आईईडी लगाने की घटना में शामिल था।
- वर्ष 2005 में पुलिस को जान से मारने एवं हथियार लूटने की नियत से ग्राम चिंतलनार और जगरगुण्डा मार्ग पर ग्राम नरसापुर जंगल में लगभग 5 कि0ग्रा0 आईईडी लगाने की घटना में शामिल था।
- वर्ष 2006 में पुलिस मुखबिरी के शक में ग्राम पुल्लमपाड़ के 2 ग्रामीणों की हत्या करने की घटना में शामिल था।