Active Rain System : छत्तीसगढ़ में सक्रिय हुआ बरसाती सिस्टम…
छत्तीसगढ़ में अब तक 1058.8 मिमी. औसत वर्षा दर्ज
रायपुर/नवप्रदेश। Active Rain System : सूखे की मार झेल रहे छत्तीसगढ़ में पिछले एक पखवाड़े से हो रही भारी बारिश ने तर-बरतर कर दिया। इतनी बारिश हुई कि सूखे की चिंता से किसानों को राहत मिली। राज्य में एक जून से अब तक 1 हजार 58 मिमी बारिश हो चुकी है। यह पिछले 10 साल की औसत बरसात से केवल 4 प्रतिशत कम रह गई है।
मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक, एक जून से 21 सितम्बर तक यहां औसतन 1 हजार से अधिक बरसात होती है। 10 जिलों में तो औसत बरसात का कोटा पार हो चुका है।
राज्य शासन के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा बनाए राज्य स्तरीय नियंत्रण कक्ष द्वारा संकलित जानकारी के मुताबिक 1 जून 2021 से अब तक राज्य में 1058.8 मिमी औसत वर्षा दर्ज की जा चुकी है। राज्य के विभिन्न जिलों में 1 जून से आज 22 सितम्बर तक रिकार्ड की गई वर्षा के अनुसार कोरबा जिले में सर्वाधिक 1462.5 मिमी और कबीरधाम जिले में सबसे कम 842.6 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गयी है।
मौसम विभाग (Active Rain System) के मानकों के मुताबिक सुकमा जिले में सामान्य से बहुत अधिक पानी बरसा है। 22 जिलों में बारिश सामान्य है। वहीं 4 जिले अभी भी कम बारिश की समस्या से जूझ रहे हैं। सामान्य बरसात की तुलना से देखें तो सुकमा, बेमेतरा, कबीरधाम, सूरजपुर, बिलासपुर, मुंगेली, कोरबा, नारायणपुर, दुर्ग और बलौदा बाजार-भाटापारा जिलों में बरसात का कोटा पार हो चुका है। सरगुजा, जशपुर, कांकेर और रायगढ़ में सामान्य से बहुत कम बरसात हुई है।
सितंबर महीने मानसून का नहीं रहता असर
आमतौर पर सितंबर के महीने में मानसून का असर न के बराबर रहता है, लेकिन इस बार मानसून देरी से निकलने वाला है। मौसम विभाग पहले ही ऐसी चेतावनी दे चुका है। मौसम विभाग के मुताबिक सितंबर महीने में सामान्य तौर पर मात्र 9 से 10 दिन ही बरसात होती है, जबकि इस बार ऐसा नहीं हुआ है, बल्कि इस महीने में औसतन 200 मिमी पानी अधिक बरसा है। जबकि पिछले वर्ष यानी सितंबर 2020 में केवल 92.3 मिमी पानी ही बरसा था। पिछले 10 वर्षों के दौरान इस माह में सबसे अधिक बरसात 2019 में हुई। उस वर्ष 492.8 मिमी बरसात दर्ज हुई थी। 2016 में 393.7 और 2011 में 354.2 मिमी बरसात का रिकॉर्ड है।
इन संभागों के लिए भारी बारिश की चेतावनी
रायपुर मौसम केंद्र के मुताबिक आज प्रदेश के अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने अथवा गरज चमक के साथ छींटे पडऩे की संभावना है। कुछ स्थानों पर भारी वर्षा होने की संभावना भी बन रही है। इस दौरान गरज-चमक के साथ बिजली गिरने की भी संभावना है। मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक भारी वर्षा का क्षेत्र मुख्यत: रायपुर, दुर्ग और बिलासपुर संभाग रहने की संभावना बनी हुई है।
छत्तीसगढ़ में बना है चक्रवाती घेरा
रायपुर मौसम विज्ञान केंद्र के विज्ञानी (Active Rain System) एचपी चंद्रा ने बताया, पूर्वी राजस्थान और उसके आसपास करीब 4.5 किलोमीटर की ऊंचाई पर एक ऊपरी हवा का चक्रवाती घेरा फैला हुआ है। गंगा के तटवर्ती पश्चिम बंगाल के ऊपर भी ऐसा ही एक चक्रीय चक्रवाती घेरा बना हुआ है। इस बीच मानसून द्रोणिका, बीकानेर, कोटा, नवगांव, गया, कोलकाता और उसके बाद दक्षिण-पूर्व की ओर उत्तर-पूर्व बंगाल की खाड़ी तक बनी हुई है। इनका प्रभाव छत्तीसगढ़ की बरसात पर पड़ेगा।
1 जून से 22 सितंबर तक जिलेवार आंकड़े
- सरगुजा में 917.3 मिमी
- सूरजपुर में 1256.7 मिमी
- बलरामपुर में 1030.1 मिमी
- जशपुर में 1074 मिमी
- कोरिया में 1010.8 मिमी
- रायपुर में 900 मिमी
- बलौदाबाजार में 960.1 मिमी
- गरियाबंद में 1016.3 मिमी
- महासमुंद में 900 मिमी
- धमतरी में 965.2 मिमी
- बिलासपुर में 1045.7 मिमी
- मुंगेली में 1022 मिमी
- रायगढ़ में 913.5 मिमी
- जांजगीर चांपा में 1099.2 मिमी
- गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही में 1353.6 मिमी
- दुर्ग में 973.1 मिमी
- राजनांदगांव में 950.7 मिमी
- बालोद में 888.4 मिमी
- बेमेतरा में 1155.3 मिमी
- बस्तर में 1057.1 मिमी
- कोण्डागांव में 1026 मिमी
- कांकेर में 987 मिमी
- नारायणपुर में 1211.1 मिमी
- दंतेवाड़ा में 1111.6 मिमी
- सुकमा में 1355.1 मिमी
- बीजापुर में 1160.6 मिमी