अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस : प्रदेशवासियों को राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने दी बधाई |

अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस : प्रदेशवासियों को राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने दी बधाई

International Literacy Day: Governor and Chief Minister congratulated the people of the state

International Literacy Day 2021

International Literacy Day 2021 थीम “ह्यूमन सेंटर्ड रिकवरी के लिए साक्षरता: डिजिटल डिवाइड को कम करना”

रायपुर/नवप्रदेश। International Literacy Day 2021 : आज पुरे विश्व में अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस मनाया जा रहा है। वर्ष 2021 में अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस का थीम “ह्यूमन सेंटर्ड रिकवरी के लिए साक्षरता: डिजिटल डिवाइड को कम करना” है। कोरोना संकट काल में बच्चों, युवाओं सहित प्रौढ़ शिक्षा बुरी तरह प्रभावित हुई है जिसे देखते हुए इस वर्ष डिजिटल साक्षरता के विषय में आम लोगों में अधिक जागरूकता पैदा करने के लिए सुनिश्चित की गई है।

अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस बुधवार को 8 सितंबर को छत्तीसगढ़ में भी मनाया गया। इसी कड़ी में राज्यपाल अनुसुईया उइके और प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल ने अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस के अवसर पर प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी है।

राज्यपाल ने अपने संदेश में कहा है कि साक्षरता समाज में जागरूकता लाने का सशक्त माध्यम है। साक्षरता का अर्थ केवल पढ़ने-लिखने तक सीमित नहीं है, बल्कि यह जनसामान्य के आत्मसम्मान से भी जुड़ा हुआ है। एक मजबूत राष्ट्र के निर्माण के लिए हर नागरिक का साक्षर होना जरूरी है। देश के समग्र विकास के लिए बालिका शिक्षा पर विशेष रूप से ध्यान देने की जरूरत है। इस पर नई शिक्षा नीति में भी विशेष ध्यान दिया गया है। साक्षरता (International Literacy Day 2021) को बढ़ावा देने के प्रयासों को गति प्रदान करने के लिए सभी को एकजुट होकर कार्य करने की आवश्यकता है।

मुख्यमंत्री भूपेश ने दी जनता को बधाई

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस के अवसर पर जनता को बधाई और शुभकामनाएं दी हैं।CM बघेल ने कहा है कि आज का दिन अक्षरों की अलख जगाने, अक्षर ज्ञान की महत्ता बताने का दिन है। अक्षर ज्ञान के प्रकाश से अपने और समाज के जीवन में चेतना, सुख और समृद्धि की रोशनी फैलाने का दिन है।

मुख्यमंत्री ने आव्हान किया है कि प्रदेश को शत-प्रतिशत साक्षर बनाने के लिए हम सब अपना योगदान देने का संकल्प लें। सभी का योगदान प्रदेश के सुनहरे भविष्य का मार्ग प्रशस्त करेगा और ’गढ़बो नवा छत्तीसगढ़’ का संकल्प पूरा करने में मददगार होगा।

मुख्यमंत्री बघेल ने कहा है कि वास्तव में अक्षर ज्ञान वह पहला द्वार है, जहां से ज्ञान के अनंत रास्ते खुलते हैं। साक्षरता (International Literacy Day 2021) से शिक्षा और शिक्षा से विकास का सीधा संबंध है। आज का दिन प्रदेश में साक्षरता के वर्तमान सोपान पर गर्व करने का है, तो शेष लक्ष्य प्राप्त करने के लिए संकल्प लेने का भी है। उन्होंने कहा है कि शत-प्रतिशत साक्षरता की दिशा में आगे बढ़ने के लिए व्यक्तिगत रूचि और सामूहिक प्रयासों की बड़ी आवश्यकता है। व्यापक जनभागीदारी से लक्ष्य हासिल किया जा सकता है।

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