Video:चिंतन शिविर में मांदर की थाप पर जमकर थिरके रमन सिंह समेत भाजपा के सभी नेता
सांस्कृतिक संध्या का था आयोजन
जगदलपुर/नवप्रदेश। Raman Singh Dance : छत्तीसगढ़ में भाजपा विपक्ष की भूमिका में ढाई वर्ष से है। अब आगामी विधानसभा की चुनाव की तैयारी में भाजपा ने बस्तर से 2023 चुनाव की शंखनाद कर दिया है। चुनावी रणनीति को अमलीजामा पहनाने के लिए जगदलपुर में तीन दिवसीय चिंतन शिविर का आयोजन किया गया।
चिंतन शिविर के दूसरे दिन सांस्कृतिक संध्या का आयोजन शिविर में था। इस दौरान भाजपा के वरिष्ठ नेता और कार्यकर्तागण सभी रंजो गम को भूलाकर बस्तरिया संस्कृति यानी मांदर की थाप पर जमकर थिरके।
बस्तरिया धुन की खुमार इन नेताओं पर इतना था कि इनके चेहरे पर कहीं भी शिकन दिखाई नहीं दे रहे थी। ऐसा नहीं है कि भाजपा के अंदरखाने खींच तान न चल रही हो और प्रदेश प्रभारी की आलोचना न सुननी पड़ रही हो, लेकिन आम जनता को ही सही पर ये पहली बार है जब भाजपा के नेता एक साथ संगीत की धुन पर झूमते दिखाई दिए।
बीजेपी नेता पारम्परिक धुन पर जमकर थिरके। नंदकुमार साय ने मांदर भी बजाया। जिसमे प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय बस्तर की सींग खुमरी पहने थिरकते दिखाई दिए ,वहीं पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह (Raman Singh Dance) और नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक तालियों से साथ देते रहे। पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल, अजय चंद्राकर, सांसद रामविचार नेताम, संतोष पांडेय, संगठन मंत्री पवन साय समेत कई बड़े नेता मांदर की थाप पर जमकर झूम उठे। जिसका वीडियो भी वायरल हुआ है।
भाजपा के दिग्गज नेताओं के मुस्कुराहट पर राजनीतिक पंडितों का कहना है कि प्रदेश की सियासत में चल रही रस्साकसी पर जहां विपक्ष मजा ले रहा है वहीँ आगामी चुनाव के लिए भाजपा ने जमकर कर्म कस ली है। भाजपा अब आंतरिक मसले से ऊपर उठकर मिशन 2023 (Raman Singh Dance) को लेकर उत्साहित जरूर है। सियासी विवाद पर भाजपा इसका लाभ आगामी चुनाव में तो जरूर लेगी।
पूर्व मुख्यमंत्री भी भूपेश सरकार के कामकाज और कांग्रेस में खेमे बाजी पर जमकर चुटकी भी ली है। उनका तो कहना है कि कांग्रेस में कुछ भी सही नहीं चल रहा है। उनके आलाकमान ही वादे से मुकर जाते हैं तो प्रदेश के नेता भी तो उसी रस्ते ही चलेंगे न। यही कारण है कि कांग्रेस के घोषणा पत्र में किया गए वादे अब तक पुरे नहीं हो पाए और न ही पुरे होंगे। प्रदेश की जनता भी अब बखूबी समझ गई है कि कांग्रेस के हाथ में प्रदेश देकर कितनी भूल हुई है।