SECL मुख्यालय में मनाया गया 75वां स्वाधीनता दिवस, विविध गतिविधियों की दी जानकारी
बिलासपुर/नवप्रदेश। SECL : स्वतंत्रता दिवस के 75वे वर्षगांठ पर मुख्य अतिथि अध्यक्ष सहप्रबंध निदेशक ए.पी. पण्डा ने एसईसीएल मुख्यालय प्रांगण में ध्वजारोहण किया एवं सुरक्षा टुकड़ी की सलामी ली। इस सुरक्षा टुकड़ी का नेतृत्व व्ही दक्षिणामूर्ति उप प्रबंधक (सुरक्षा) बिलासपुर ने किया। इस अवसर पर एसईसीएल के विभिन्न विभागाध्यक्ष, विभिन्न संघ प्रतिनिधि, आम लोगों की उपस्थिति रही।
एसईसीएल कर्मियों तथा जन सामान्य को एसईसीएल के अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक ए.पी. पण्डा ने स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं दी।
एसईसीएल शत प्रतिशत टीकाकरण की ओर
प्रबंध निदेशक ए.पी. पण्डा ने अपने उद्बोधन में कहा कि कोरोनाकाल की चुनौतियों के बीच टीम एसईसीएल ने अत्यंत सराहनीय प्रदर्शन किया है। गतवर्ष, एसईसीएल (SECL) द्वारा उत्पादित कोयले के आधार पर छत्तीसगढ़ राज्य, देश में सर्वाधिक कोयला उत्पादक राज्य रहा। एसईसीएल लगातार तीन वर्षों तक 150 मिलियन टन कोयलाउत्पादन करने वाली कोयला उद्योग की एकमात्र कम्पनी बनी है। वित्तीय वर्ष 2021-22 में कम्पनी उत्पादन और कोल डिस्पैच की दिशा में तेजी से काम कर रही है तथा मुझे विश्वास है कि हम सभी मिलकर इस साल के लक्ष्यों को जरूर हासिल करेंगे।
उन्होंने आगे कहा कि कम्पनी नयी परियोजनाओं के विकास की दिशा में भी काम कर रही है। कम्पनी के सरायपाली खदान से मार्च 2001 से कोयला उत्पादन प्रारंभ हो चुका है। बरौब एक्सपेंशन (10 एमटीवाई) दीपका (10 एमटीवाई) एवं पोरवा-चिमटापानी (10 एमटीवाई) के प्रोजेक्ट रिपोर्ट अनुमोदित हो चुके हैं। कुसमुण्डा क्षेत्र सरफेस माईनर, फे-लोडर, डम्पर जैसे एचईएमएम के बड़े फ्लीट के साथ डिपार्टमेन्टल मेगामाईन के रूप में कार्य करने के लिए तैयार है। संचालन में नयी तकनीक का समावेश करते हुए चिरमिरी क्षेत्र के रानीअटारी एवं हसदेव क्षेत्र के कुरखा-शीतलधारा में लो-हाईटकान्टिन्यूअस माईनर पैकेज लगाए गए हैं।
एसईसीएल के कार्यों पर डाला प्रकाश
हमारी कम्पनी ग्रीनटेक्नॉलॉजी बढ़ावा में भी निवेश कर रही | सोडागपुर सीबीएम क्लाक-1 साईट पर कोल बेयमिथेन परियोजना के विकास के लिए सीएमपीडीआईएल (CMPDIL) को कार्यान्वयन एजेंसी नियुक्त किया गया है। इसी प्रकार, मटगांच क्षेत्र के महामाया ओपन कास्ट माईन में सर्फेस कोल गैसिफिकेशन प्रोजेक्ट के प्री-फिजीविलिटीस्टडी के लिए अनुबंध किया गया है। उन्होंने आगे कहा कोयले के उत्पादन तथा डिस्पैच के संतुलन को और बेहतर करने तथा पर्यावरण के लिहाज से कम्पनी की फर्स्ट माईलकनेक्टिविटी(FMC) परियोजनाएं बेहद महत्वपूर्ण साबित होंगी। कुसमुण्डा खदान में कोलडिस्पैच के उद्देश्य से. 20 हजार टन क्षमता के आरसीसी के कमिशनिंग, कार्यान्वयन के अधीन है। गेवरा, दीपका, मानिकपुर, बरीच, छाल में रेपिड लोडिंग सिस्टम, इनपिटकन्वेयर, सर्जबीन्स , बंकर तथा रेल लिकेज से युक्तसाईलो की स्थापना से, भविष्य में इन क्षेत्रों में प्रस्तावित बड़े उत्पादन को डिस्पैच करने में सहूलियत होगी। कम्पनी के फर्स्ट माईल कनेक्टिविटी की परियोजनाओं में लगभग 4,000 करोड़ रूपये का पूँजीगत व्यय प्रस्तावित है तथा इनसे कम्पनी की 6 खदानों से अतिरिक्त रूप से 60 से 70 मिलियन टन कोयला के डिस्पैच की सुविधा उपलन्न हो सकेगी।
मांड-रायगढ़, कोरबा, कोरिया-रीवा कोलफील्ड्स में हमारी रेल कोरिडोर परियोजनाएँ विकास के नए अवसर गढ़ेंगीं। एसईसीएल की सब्सिडीयरी ईस्ट रेल कॉरीडोर के 74 किलोमीटर लम्चे कोरीछापर घरमजयगढ़ सिंगल लाईन के कमिशनिंग का कार्य इस जून में पूरा हो चुका है, ऑपरेशन परमिट भी प्राप्त हुआ है। गेवरा पेन्ड्रारोड की 13 किलोमीटर लम्बाई की ईस्ट-वेस्ट रेल कॉरीडोर परियोजना के बड़े निर्माण कार्यों के लिए भी जल्द ही वर्क अवार्ड किया जाना है।
एसईसीएल अपने कर्मियों की सुरक्षा तथा शून्य दुर्घटना लक्ष्य की प्राप्ति के लिए प्रतिबद्ध है। बड़ी खदानों में कम्पनी ने कुल 3 स्लोप स्टैबलिटी रडार लगाए हैं, जिनसे डम्प एवं ढलान की स्थिरता की निरंतर मॉनिटरिंग की जाती है। भूमिगत खदानों से सुरक्षित उत्पादन के लिए कान्टिन्यूअस माईनर जैसी टेक्नोलोजी का
इस्तेमाल किया जा रहा है। सुरक्षा उपकरण जैसे हल्के वजन के एलईडी कैपलेम्प तथा एससीएसआर किट कामगार बन्धुओं को उपलब्ध कराए गए हैं।
“ना कोरोना’ पुस्तिका का विमोचन
स्वतंत्रता दिवस के इस सुअवसर पर कम्पनी द्वारा अपने कार्य कल को सुरक्षित रखने तथा सीएसआर के जरिए समाज को प्रदत्त सहयोग आदि गतिविधियों पर केन्द्रित विशेष हिंदी पुस्तिका “ना कोरोना” का विमोचन मुख्य अतिथि व विशिष्ट अतिथियों द्वारा किया गया।
उन्होंने कहा कोरोना काल में सीएसआर गतिविधियों के जरिए एसईसीएल ने अपने आसपास के समाज तथा प्रशासन को यथासंभव सहयोग प्रदान किया है। कोरोना की दूसरी लहर के दौरान कम्पनी ने, कोविड अनुकूल व्यवहार को बढ़ावा देते हुए बड़ी संख्या में मास्क एवं सेनेटाईजर वितरित किए हैं। संचालन क्षेत्रों में 17 कोविड केयर सेन्टर का संचालन किया गया है जिनमें हल्के व मध्यम श्रेणी के मरीजों के लिए चिकित्सा सुविधाएँ उपलब्थ थीं।
बच्चों को किया पुरस्कृत
कार्यक्रम के अंत में मुख्य अतिथि द्वारा स्वातंत्रता के 75वें वर्ष तथा आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर एसईसीएल मुख्यालय में
कार्यरत अधिकारियों एवं कर्मचारियों के स्कूलों में अध्ययनरत बच्चों के लिए ड्राइंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था। जिन्हें मुख्य अतिथि
के करकमलों से पुरस्कृत भी किया गया।
SECL नर्मदा क्लब में मनाया 75वां स्वतंत्रता दिवस
बिलासपुर के एसईसीएल (SECL) वसंत विहार स्थित नर्मदा क्लब में स्वतंत्रता दिवस हर्षोल्लास से मनाया गया। इस अवसर पर क्लब के अध्यक्ष संजीव कुमार झा, प्रबंधक (कार्मिक/कलयाण) एवं पदाधिकारियों उपस्थित थे।
नर्मदा क्लब में राष्ट्र ध्वज तिरंगा फहरा कर सलामी देते हुए राष्ट्र गान गाया गया। क्लब के अध्यक्ष संजीव झा ने इस अवसर पर क्लब के पदाधिकारियों सहित समस्त उपस्थितों को स्वतंत्रता दिवस की बधाई देते हुए क्लब के विविध समाजोन्मुखी कार्यकलापों की सराहना की।
संजीव झा ने कहा कि कोरोना काल में क्लब (SECL) के सदस्यों ने रहवासियों के लिए जो मदद किया है वह अत्यंत सराहनीय है। इस अवसर पर निर्मल दास, ओ.पी. नवरंग, तमाल चक्रवर्ती, डीकेवर्मा, कृष्णा सूर्यवंशी, भगवान साहू, जी एस खान, पीके साहा, संजीव झा, अजय चौहान, कमलेश मानिकपुरी, चेतन महंत सहित बड़ी संख्या में कॉलोनी के बच्चे भी उपस्थित थे।