CG Monsoon Session : ध्यानाकर्षण में उठा सीमेंट प्लांट हादसा मामला… मंत्री ने दिया ये जवाब…
छत्तीसगढ़ विधानसभा के मानसून सत्र के आखिरी दिन हंगामाभरा
रायपुर/नवप्रदेश। CG Monsoon Session: छत्तीसगढ़ विधानसभा का मानसून सत्र के आखिर दिन हंगामाभरा रहा। सदन में बेमेतरा में फर्नीचर खरीद में गड़बड़ी का भी मुद्दा उठा। स्कूलों के लिए फर्नीचर खरीदी में हो रही गड़बड़ी की ओर सरकार का ध्यान आकर्षित करते हुए कांग्रेस विधायक आशीष छाबड़ा ने सवाल उठाया। उन्होंने कहा, जिले में बड़े पैमाने पर अनियमितता की गई है। विधायक आशीष छाबड़ा ने अधिकारियों द्वारा सदन में गलत जानकारी देने की भी शिकायत की, इसके साथ ही विपक्ष ने भी हां में हां मिलाया तो स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम को निर्णय लेना पड़ा। डॉ. टेकाम ने बेमेतरा के जिला शिक्षा अधिकारी को हटाने और मामले की जांच कराने की घोषणा कर दी। वहीं डीईओ को संयुक्त संचालक कार्यालय, दुर्ग से अटैच किया जाएगा।
प्रश्न: – जिला प्रशासन के मौन से जनता में आक्रोश
ध्यानाकर्षण के जरिए सदन में बलौदाबाजार के श्री सीमेंट प्लांट में हुए हादसा का मामला उठा (CG Monsoon Session)। बीजेपी विधायक सौरभ सिंह, नारायण चंदेल और जेसीसी विधायक प्रमोद शर्मा ने उठाया मुद्दा। सौरभ सिंह ने पूछा- बलौदाबाजार में सीमेंट प्लांट का काम चल रहा है, जिसमें शिफ्टिंग के दौरान गिर जाने से कुछ लोग घायल हुए 2 की मौत हुई।
जिला प्रशासन के मौन रहने से जनता में आक्रोश है। साथ ही बीजेपी विधायक शिवरतन शर्मा ने कहा- मानवीय संवेदना के आधार पर पीडि़तों को मदद दी जाये। नियमों के परे जाकर संवेदना को ध्यान दें। ये संवेदनहीन सरकार है।
उत्तर: – मंत्री डहरिया ने दिया जवाब- 1 लाख त्वरित और 16 लाख चेक में दिए
श्रम मंत्री शिव डहरिया ने कहा- यह कहना सही नहीं है कि मृतक के परिजनों को अब तक कोई मुआवजा राशि नहीं दी गई, सभी को 1 लाख रुपये त्वरित और 16 लाख के चेक दिए गए हैं। मृतक श्रमिकों के आश्रितों को मासिक पेंशन दिया जएगा। जांच में यह पाया गया है कि भूतल से लोहे की सरिया को लिफ्ट कर शिफ्टिंग के दौरान 85 मीटर नीचे गिरने के कारण सुरक्षा सम्बन्धी कार्यों का पालन नहीं किये जाने पर कार्य को रोक गया है। फैक्ट्री मैनेजर के खिलाफ एफआईआर हुआ है। श्रम अधिनियम के तहत दर्ज हुआ है, 304ए के तहत अपराध दर्ज किया गया है।
डे वन से दिखा स्वामी आत्मानंद स्कूलों पर हंगामा
सदन में स्वामी आत्मानंद स्कूल (CG Monsoon Session) को लेकर पहले भी काफी बहस हो चुकी है। जिसके बाद रविंद्र चौबे को बोलना पड़ा था कि- भई, विपक्ष को अब स्कूल से क्या परेशानी है। आज अंतिम दिन भी स्वामी आत्मानंद स्कूल को लेकर एक बार फिर सदन गरमाया। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने प्रदेश में खुल रहे स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूलों की संख्या, मान्यता और सेटअप के बारे में सवाल पूछा। जवाब में स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने प्रदेश भर में 171 स्कूलों के संचालन शुरू होने की जानकारी दी। उन्होंने बताया, प्रत्येक ब्लॉक में ऐसा एक स्कूल खोला जा रहा है। इसमें नियुक्ति और प्रतिनियुक्ति की प्रक्रिया जारी है। डॉ. रमन सिंह ने कहा, दुर्ग के पाटन क्षेत्र में एक से अधिक स्कूल कैसे खुल गए हैं, जबकि कई ब्लॉकों में एक भी स्कूल नहीं खुला। संतोषजनक उत्तर नहीं आने पर हंगामा हुआ।