Kalma Barrage : वर्षों से लंबित मुआवजा मिलने से ग्रामीणों की बाछें खिलीं…
CM ने प्रभावित किसानों को 22.78 करोड़ राशि का किया वितरण
रायपुर/नवप्रदेश। Kalma Barrage : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कलमा बैराज से प्रभावित जांजगीर-चांपा जिले के चन्द्रपुर इलाके के 314 किसानों को भू-अर्जन मुआवजा के रूप में 22.78 करोड़ रूपए की राशि के चेक का वितरण करते हुए सभी किसानों को बधाई और शुभकामनाएं दी। मुआवजा वितरण का यह वर्चुअल कार्यक्रम गुरुवार को उनके निवास कार्यालय में आयोजित हुआ। इधर वर्षों से लंबित मुआवजा मिलने से ग्रामीणों की बाछें खिलीं।
इस दौरान जलसंसाधन मंत्री रविन्द्र चौबे, स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम, मुख्य सचिव अमिताभ जैन, मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव सुब्रत साहू उपस्थित थे। विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत, राजस्व एवं आपदा प्रबंधन मंत्री जयसिंह अग्रवाल, संसदीय सचिव विनोद सेवन लाल चन्द्राकर, विधायक रामकुमार यादव सहित अन्य जनप्रतिनिधि इस कार्यक्रम में वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से शामिल हुए।
सरकार का उद्देश्य किसानों की समस्याओं का प्राथमिकता से समाधान करना : CM
मुख्यमंत्र ने कहा कि कलमा बैराज (Kalma Barrage) का निर्माण जांजगीर-चांपा जिले के ग्राम कलमा तथा रायगढ़ जिले के ग्राम बरगांव के मध्य महानदी पर 377.42 करोड़ रूपए की लागत से कराया गया है। इसका निर्माण फरवरी 2011 में शुरू किया गया था और मार्च 2016 में यह बैराज बनकर तैयार हुआ। बैराज के निर्माण से जांजगीर-चांपा जिले के 13 गांव के 682 किसानों की 97.89 हेक्टेयर भूमि प्रभावित हुई थी। उन्होंने 314 किसानों के काफी अर्से से लम्बित मुआवजा प्रकरण के निराकरण के लिए विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत, जलसंसाधन मंत्री रविन्द्र चौबे, विधायक रामकुमार यादव सहित जिला प्रशासन द्वारा किए गए प्रयासों की सराहना की। मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों की बेहतरी और उनके मुद्दों को प्राथमिकता से निराकृत करना, छत्तीसगढ़ सरकार की प्राथमिकता है और इस काम में छत्तीसगढ़ सरकार की पूरी टीम लगी हुई है।
Kalma Barrage मंत्रियों ने कहा-
विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने किसानों के भू-अर्जन के लंबित प्रकरणों के निदान एवं मुआवजा राशि के वितरण के लिए मुख्यमंत्री का आभार जताया। उन्होंने कहा कि भू-अर्जन का यह मामला वर्षों से लंबित था, जिसका निदान छत्तीसगढ़ सरकार ने किया है। आज किसानों को मुआवजा राशि मिल रही है, यह हम सब के लिए खुशी की बात है।
जल संसाधन मंत्री रविन्द्र चौबे ने कहा कि इस बैराज (Kalma Barrage) से किसानों को सिंचाई के लिए पानी मिले, इसको लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश के परिपालन में जलसंसाधन विभाग द्वारा बैराज के दोनों तटों पर मेगा लिफ्ट एरीगेशन प्रोजेक्ट प्रस्तावित किया गया है। इससे 15 हजार हेक्टेयर से अधिक रकबे में किसानों को जलापूर्ति होगी। कार्यक्रम को राजस्व एवं आपदा प्रबंधन मंत्री जयसिंह अग्रवाल एवं अन्य जनप्रतिनिधियों ने भी संबोधित किया।
निर्माण पर खर्च हुई एक अरब से अधिक राशि
राज्य की प्रमुख नदी महानदी पर 31 मार्च 2016 को कलमा बराज का निर्माण पूर्ण कराया गया है। इस बराज के निर्माण की लागत 1 अरब, 82 करोड़, 2 लाख, 86 हजार रूपए है। बराज के निर्माण से 13 गावों के लगभग 654 किसान प्रभावित हुए है। इस बराज का निर्माण जल संसाधन विभाग द्वारा किया गया है। निर्माण कार्य के पूरा हो जाने के बावजूद लगभग 300 किसानों को मुआवजा निर्धारण में विभिन्ना कारणों से विलंब हो रहा था। जिला प्रशासन द्वारा यथाशीघ्र कार्रवाई कर पात्र सभी प्रभावितों के मुआवजा प्रकरणों का निराकरण कर मुआवजा राशि का वितरण गुरुवार को कर दिया।
300 भूमि मालिकों को मिली मुआवजा राशि
कलमा बराज (Kalma Barrage) का निर्माण के दौरान जांजगीर-चांपा जिले के डभरा अनुभाग के 13 गांव के 682 किसानों की 97.89 हेक्टेयर भूमि प्रभावित हुई थी। जिसमें 300 भूमि स्वामियों को मुआवजा राशि 22 करोड़ 78 लाख, 90 हजार रूपए का वितरण किया गया। इस बराज के निर्माण से जिले में स्थापित उद्योगों और पावर कंपनियों को जल प्रदाय किया जा रहा है। उद्योगों और पावर कंपनियों से राजस्व की प्राप्ति हो रही है। साथ ही आस-पास के गांवों में भूजल स्तर में वृद्घि होने से ग्रामीणों को निस्तारी एवं स्वयं के साधन से सिंचाई का लाभ भी मिल रहा है।
ये योजना भी मंजूर Kalma Barrage
इसके अलावा अब कलमा बैराज के दोनों तटों पर मेगा लिफ्ट सिंचाई योजना प्रस्तावित है। 15000 हेक्टेयर में हो सकेगी सिंचाई।
ये 13 गांव हुए प्रभावित
- कलमा
- महादेवपाली
- चंद्रपुर
- काशीडीह
- चंदली
- बिलाईगढ (प.)
- पलसदा
- बिरहाभाटा
- सिरौली
- भैंसामुहान
- बरहागुड़ा
- गोपालपुर
- हीरापुर