NSUI Protest:बाइक जलाकर पेट्रोल-डीजल के बढ़ते कीमतों का किया विरोध,प्रदर्शन आगे भी….
रायपुर/नवप्रदेश। NSUI Protest:कांग्रेस के आउटरीच अभियान के तहत एनएसयूआई ने आज प्रदेशभर में पेट्रोल-डीजल के बढ़ते डैम और खाद्य पदार्थ में बढ़ती महंगाई को लेकर केंद्र सरकार के खिलाफ धरना और प्रदर्शन किया। प्रदेशभर में NSUI ने अलग-अलग तरीके से आज प्रदर्शन किया और केंद्र सरकार को चेतावनी भी दी।
बाइक जलाकर किया प्रदर्शन
छत्तीसगढ़ में सत्ताधारी दल कांग्रेस ने केंद्र की भाजपा नीत मोदी सरकार के खिलाफ महंगाई को लकर लामबंद है। प्रदेश कांग्रेस ने AICC के निर्देश पर प्रदेशभर में चरणबद्ध आउटरीच अभियान को अंजाम दे रही है। इसी कड़ी में आज NSUI ने भी अनोखा प्रदर्शन राजधानी में किया। पेट्रो पदार्थ और खाद्य पदार्थ में बढ़ते कीमतों को लेकर केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। एनएसयूआई (NSUI Protest) के पदाधिकारी भाजपा के वरिष्ठ विधयक बृजमोहन अग्रवाल के घर अपने वाहन में पेट्रोल डालने पैसा मांगने निकले थे। इसी बीच रस्ते में ही पुलिस ने इन रोक दिया। जहां पुलिस से इनकी झूमा झटकी भी हुई लेकिन पुलिस की मुस्तैदी से प्रदर्शनकारी बृजमोहन के बंगले पहुँचने में नाकाम रहे। वहीँ एनएसयूआई का एक धड़ा बाइक की अर्थी लेकर भाजपा कार्यालय के लिए निकले उन्हें भी पुलिस ने रास्ते में रोक दिया। नाराज प्रदर्शनकारियों ने बाइक अर्थी को बीच रस्ते में रखकर उसमे आग लगा दी। इस दौरान बाइक पूरी तरह से जलकर ख़ाक हो गया।
एनएसयूआई के जिला अध्यक्ष अमित शर्मा ने कहा कि तब तक पेट्रोल-डीजल दामों में कमी नहीं आएगी तब तक एनएसयूआई प्रदर्शन (NSUI Protest) कर सोये हुए केंद्र सरकार को जगाने का प्रयास जारी रखेगा। बेइंतेहा महंगाई के कारण आम जीवन निराश और हताश है। लोगों का घर चलना भी अब दूभर हो चूका है। आने वाले समय में एनएसयूआई काला झंडा दिखाकर भाजपा नेताओं का विरोध करेगी।
प्रोटोकॉल का उल्लंघन,प्रशासन मौन
एक तरफ जहां प्रदेश कोरोना संकट से जूझ रहा है तो वहीं कोरोना प्रोटोकॉल दरकिनार करते हुए सभी राजनीतिक दल आंदोलन और प्रदर्शन में मशगूल दिखाई दे रहे हैं। बिना मास्क सोशल डिस्टेंसिंग का खुला उल्लंघन से ऐसा लगता है कि इन प्रदर्शनकारियों को कोरोना छू नहीं पायेगा। लेकिन इन्ही में से यदि कोई संक्रमित होता है तो फिर से कोरोना का बम फूटना कोई बड़ी बात नहीं। यानी इनके लापरवाही का खामियाजा आम लोगों को ही भुगतना पडेगा। इन प्रदर्शनकारियों को कोरोना प्रोटोकॉल का मखौल उड़ाते देख प्रशासन भी मौन दिखाई दिया।