बच्चों की बीमारी की पहचान के लिए चलेगा अभियान, तीसरे लहर की है तैयारी
Dastak Campaign: दिया जाएगा जिला स्तरीय प्रशिक्षण
भोपाल/नवप्रदेश। Dastak Campaign: पांच साल तक की आयु के बच्चों में होने वाली बीमारियों की पहचान के लिए आगामी 19 जुलाई से मध्य प्रदेश में दस्तक अभियान चलाया जाएगा, ताकि बाल मृत्यु दर में कमी लाई जा सके।
बताया गया है कि (Dastak Campaign) स्वास्थ्य तथा महिला एवं बाल विकास विभाग के संयुक्त दल (ए.एन.एम., आशा, एवं आंगनवाडी कार्यकर्ता) जिन परिवारों में पांच वर्ष की आयु तक के बच्चे है, उनके घर-घर दस्तक देंगे और बच्चों में प्राय: पाई जाने वाली बीमारियों की पहचान करेंगे, साथ उनके उचित उपचार का प्रबंध भी किया जाएगा। इसके चले दस्तक अभियान 19 जुलाई से शुरू होकर 18 अगस्त तक चलाया जाएगा।
दस्तक अभियान (Dastak Campaign) के दौरान कोरोना संक्रमण पर भी खास नजर रखी जाएगी, यदि किसी बच्चे में कोविड-19 के लक्षण या पिछले तीन दिन से बुखार, सांस लेने में कठिनाई, कोविड-19 संक्रमित व्यक्ति के संपर्क की हिस्ट्री होगी तो ऐसे बच्चे को कोविड-19 की जांच हेतु रेफर किया जायेगा।
दरअसल, वैज्ञानिकों ने आगामी दिनों में देश में कोरोना के तीसरे लहर की चेतावनी दी है। जिसके मद्देनजर देश के अलग-अलग राज्यों में प्रदेश सरकारों ने अपनी तैयारियां शुरु कर दी है। दूसरे लहर में भी कोरोना का प्रभाव काफी दर्दनाक था। इसी को देखते हुए अब तीसरे लहर से निपटने के लिए तैयारियों पर जोर देना आवश्यक है।