खदान के खिलाफ दोनों ट्रेड यूनियन हुए लामबंद, एनएमडीसी प्रबंधन को सौंपा ज्ञापन
नवप्रदेश संवाददाता
बचेली। बैलाडीला के नंदराज पर्वत को अडानी ग्रुप को दिए जाने से नाराज हज़ारो आदिवासी आज चौथे दिन भी धरने पर डटे हुए है। इन आदिवासियों के समर्थन में दोनो मजदूर संगठन एस, के,एम,एस के सचिव टीजे शंकर राव एवं एम,एम,डब्लू,यु के सचिव आशीष यादव की अगुआई में आज सैकड़ो की संख्या में दोनो यूनियन के सदस्य एनएमडीसी चेक पोस्ट में नारे बाजी करते हुए एनएमडीसी ऑफिस में जाकर अधिशासी निदेशक को ज्ञापन सौंपा ज्ञापन में पिछली हड़ताल का ध्यान आकर्षित करते हुए बताया की किरंन्दुल डिपाजिट 13 नंबर की खदान जो कि अडानी समूह को लीज में उत्खनन हेतु दिया गया है। उस करार को तत्काल प्रभाव से निरस्त किया जाए जबकि एनएमडीसी को 60 वर्षो का खनन का अनुभव प्राप्त है एवं नवरत्न उपक्रम का दर्जा भी हासिल है। बावजूद उसके इस खदान का खनन कार्य स्वयं ना करते हुए अडानी समूह को दिया जाना किसी भी नजरिये से सही नही कहा जा सकता है। दोनो मजदूर यूनियन का सीधा आरोप है की इतने विरोध के बावजूद एनएमडीसी मुख्यालय प्रबंधन के कानों में जू तक नही रेंग रही जो समझ के परे है। दोनो मजदूर यूनियन एस,के,एम,एस एवं एम, एम,डब्लू,यू ने एनएमडीसी प्रबंधन को अडानी ग्रुप के साथ किये गए करार को निरस्त नही किये जाने की स्थिति में चेतावनी दी है जिसमे की पूर्व में दिए गए ज्ञापनों के आधार पर किसी भी प्रकार के आंदोलन,धरना , विरोध प्रदर्शन , या अनिश्चित कालीन हड़ताल करने के लिए दोनो मजदूर यूनियन तैयार है। फिलहाल दोनो मजदूर यूनियन के सदस्य काली पट्टी लगाकर इसका विरोध करेंगे एवं कार्यस्थल में किसी भी प्रकार का ओवरटाइम नही किया जाएगा।
ज्ञापन लेकर एनएमडीसी बचेली परियोजना के अधिशासी निदेशक टीएस चेरियन ने मजदूरों को आश्वाशन दिया है कि आपकी मांगो को एनएमडीसी मुख्यालय भेजा जाएगा एवं इस मामले पर कोई ना कोई सकारात्मक निर्णय लिया जाए इसके लिए प्रयास किये जायेंगे।