Exclusive : जानें, छग-मप्र समेत Central India में क्यों नहीं हो रही बारिश, और आगे…
रायपुर/नवप्रदेश। मध्य भारत (central india) के छत्तीसगढ़ (chhattisgarh) व मध्य प्रदेश (madhya pradesh) समेत अन्य इलाकों में मध्य जुलाई के बाद से बारिश में कमी (lack of rain) आ गई है। बरसात के पानी पर खेती के लिए आश्रित किसान पानी के लिए तरस रहा है, तो वहीं अन्य लोग धूप व उमस से परेशान हो रहे हैं। अधिकांश स्थानों पर जिन किसानों के पास बारिश का साधन है उन्होंने तो धान की राेपाई कर ली लेकिन जो बारिश के पानी पर निर्भर हैं उनके बुरे हाल हैं। जिन फसलों को कम पानी लगता है वे भी बारिश के अभाव (lack of rain) में सूख रही हैं। हालांकि छत्तीसगढ़ व मध्य प्रदेश में जून माह में ठीक-ठाक बारिश हुई, लेकिन ये भी गिनी चुनी जगह ही हुई।
बहरहाल ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर मध्य भारत में उम्मीद के मुताबिक बारिश क्यों नहीं हो रही। इसका जवाब जानने रायपुर मौसम केंद्र के मौसम वैज्ञानिक एचपी चंद्रा से बात करने पर उन्होंने बताया कि हिमालय की तराई में मानसून द्रािणका बार-बार शिफ्ट हो रही है, जिसके कारण छत्तीसगढ़ (chhattisgarh) व मध्य प्रदेश (madhya pradesh) में िफलहाल उम्मीद के मुताबिक बारिश नहीं हो पा रही है। जबिक उक्त कारण की वजह से असम व बिहार में बाढ़ के हालात बने हुए हैं।
दुर्ग संभाग में रविवार को हो सकती है बारिश
हालांकि चंद्रा ने आगे कहा कि मानसूनन बंगाल की खाड़ी की ओर िशफ्ट हो रहा है, जिससे शनिवार से छत्तीसगढ़ में बारिश के क्षेत्र व इसकी मात्रा में इजाफा होने के आसार हैं। यानी शुक्रवार से प्रदेश में बारिश का दौर शुरू हो सकता है। रविवार को दुर्ग संभाग में बारिश हो सकती है।
…कहीं सही न हो जाए अमेरिकी एजेंसी का अनुमान
गौरतलब है कि बीते दिनाें अमेरिका की एजेंसी राष्ट्रीय महासागरीय व वायुमंडलीय प्रशासन ने इस मानसून में उत्तर व मध्य भारत (central india) में काफी कम बारिश होने का अनुमान जताया है। एजेंसी ने बताया है कि इस वर्ष मानसून के कम दबाव तंत्र के घटने का अनुमान है, जिससे उत्तर व मध्य भारत (central india) में बारिश में उल्लेखनीय कमी आने की आशंका है। मध्य भारत में हालात कुछ इस आंकलन की तरह बनते जा रहे हैं, जो चिंता का विषय है।