भीषण गर्मी, पारा 44 के पार, पशु- पक्षियों की प्यास बुझाने नदी नाले सूखे पड़े
समाज सेवियों की मदद से नदी में बनाए झरिया… पशु पक्षियों की बुझेगी प्यास …. 4 से 5 झरिया बनाई जाएगी : पप्पू मोटवानी
नवप्रदेश संवाददाता
कांकेर। मई के महीने में पड़ रही भीषण गर्मी पारा 44 के पार नगर की जीवनदायिनी दूध नदी भी पूरी तरह से सूख चुकी है नदी व पहाड़ों के पत्थर सहित नदी की बालू गर्म हवाएं फेक रही है एक ओर सूरज की तपिश दूसरी ओर पहाड़ नदी की सूखी बालू पत्थर से उठती लपटे नगर में भीषण गर्मी से आमजनो को राहत नही मिल रही है और ऊपर से नगर के आसपास ग्रामीण इलाकों के नदी नाले भी इस भीषण गर्मी से सुख चुके है।
नदी नालों के लगातार सूखने से बेज़ुबान जानवरों के पीने के पानी की समस्या आन पड़ी है खाने पीने की व्यस्था नही होने से ही जंगल के जानवरों को खानेपीने के लिए शहर की ओर आने निरन्तर जारी है भीषण गर्मी के चलते बेज़ुबान जानवरों के पानी के लिए जीवनदायिनी दूध नदी में नगर के जनसहयोग समाजसेवी संग़ठन अध्यक्ष /राजापारा पार्षद अजय पप्पू मोटवानी समाजसेवी मोहमसेनापति एनएसयूआई के जतिन अट्टभैया चमन साहू व वार्ड के लोगो ने ध्यान में रखते हुए नदी के तट पर झरिया बनाकर पशु पक्षीयो के पानी का इंतज़ाम किया गया नदी में झरिया बनाने के बाद समाजसेवी पप्पू मोटवानी ने बताया कि जीवनदायिनी दूध नदी मई महीने में पड रही भीषण गर्मी से जहां आमजनो को सामना करना पड़ रहा है इस स्थिति में बेज़ुबान जानवरों में पशु पक्षियों की प्यास बुझाने के लिए राधा स्वामी सत्संग डेरे के पास जीवनदायिनी दूध नदी में पशु पक्षियों के पानी पीने के लिए झरिया बनाया गया झरिया बनाने का कार्य विगत 3 वर्षों से वार्ड वासी व समाजसेवियों के द्वारा लगातार किया जाता है बता दे कि राजापारा वार्ड गढिय़ा पहाड़ लगा हुआ है जहाँ जंगलों के जानवर भालू तेन्दुआ गाय के अलावा पशु पक्षीयो के पीने के पानी की वयस्था नही होने से जँगली जानवर आक्रमक हो जाते है पशु पक्षी की समस्याओं को देखते आगे भी झरिया बनाने का कार्य चिन्हाकित किया गया है झरिया दूध नदी पुराने बस स्टैंड के पीछे और राजापारा पुलिस लाइन के पीछे और कराया जाएगा इस अवसर पर समाजसेवी पप्पू अजय कुमार मोटवानी समाजसेवी मोहन सेनापति चमन साहु जतिन अडविया धर्मेंद्र देव करण नेताम चरण नेताम संतु रजक रवि पटेल सूर्या यादव अभिषेक सोनी चंद्रभान यादव आकाश विकास चौरसिया वह भंडारी पारा वार्डवासी भी उपस्थित रहे।
पार्षद के समाजसेवी कार्यों से प्रेरित होकर एनएसयूआई के युवा भी आए आगे
समाजसेवी पप्पू मोटवानी के द्वारा चलाए जा रहे जनहित के कार्यों से प्रेरित होकर एनएसयूआई के युवा कार्यकर्ता जतिन अट्टभैया चमन साहू ने नदी में पशुं पक्षीयो के लिए झरिया बनाने में अपनी उल्लेखनीय योगदान के ज़रिए नदी नालों को बचाए जाने की अपील किया गया है।
सूखते नदी नालों, कटते जंगल पर समाजसेवी ने जताई चिंता सरकार ले संज्ञान
नगर के समाजसेवी संग़ठन के द्वारा नगर की जीवनदायिनी दूध नदी को बचाने विगत 5 सालो से स्वच्छता अभियान चलाकर आमजनो व प्रशासन को बचाने का हरसंभव प्रयास किया जाता रहा है और सरकार सहित आमजनो के द्वारा नदी नालों के प्रति उदासीनता से बेहद दुख व्यक्त किया है साथ ही लगातार हर वर्ष पडऩे वाली गर्मी में तापमान में तेज़ी से बढ़ोतरी की सबसे बड़ी वजह कटते जंगल और पेड़ पौधों की सतत निगरानी के चलते हमे पानी और भीषण गर्मी से जूझने मजबूर हो रहे है प्राकृतिक वनों को कटने व नदी नालों के प्रति सरकार को सुध लेने की बात कही है साथ ही हम सभी की भी जि़म्मेदारी है कि एक पेड़ अपने आसपास ज़रूर लगाए ।