Ranchi Security : रांची से नया सुरक्षा नजरिया - दीपक वर्मा ने पूर्वी क्षेत्र का संचालन संभाला, ‘एविडेंस-बेस्ड’ सुरक्षा और एयरपोर्ट-फोकस रणनीति पर ज़ोर

Ranchi Security : रांची से नया सुरक्षा नजरिया – दीपक वर्मा ने पूर्वी क्षेत्र का संचालन संभाला, ‘एविडेंस-बेस्ड’ सुरक्षा और एयरपोर्ट-फोकस रणनीति पर ज़ोर

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Ranchi Security : दीपक वर्मा ने 01.10.2025 से केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के पूर्वी क्षेत्रीय मुख्यालय, रांची में महानिरीक्षक के रूप में पदभार ग्रहण किया। अपने 32 वर्षों के अनुभव और अकादमिक पृष्ठभूमि को साथ लेकर वे ऐसे समय में इस जिम्मेदारी में आए हैं जब क्षेत्रीय सुरक्षा पर बहु-आयामी चुनौतियाँ बढ़ी हैं – हवाई सुरक्षा, औद्योगिक प्रतिष्ठान, और नरम-लक्ष्य सुरक्षा पर विशेष ध्यान की आवश्यक्ता है।

पहले पारा-लीड

नए महानिरीक्षक के रूप में वर्मा ने पदभार संभालते ही अपने प्राथमिक एजेंडों में एविडेंस-बेस्ड सिक्योरिटी (डाटा-अनालिटिक्स, थ्रेट-प्रोफाइलिंग) और हवाई अड्डा-केंद्रित समन्वय को रखा है। वे पहले पूर्वी व उत्तर-पूर्वी हवाई अड्डा-क्षेत्र के उप महानिरीक्षक थे और उन्होंने लगभग 20 हवाई अड्डों की देखरेख की – इसी अनुभव पर वे पूरे क्षेत्र में सुरक्षा प्रक्रियाओं के मानकीकरण का काम आगे बढ़ाना चाहते हैं।

करियर और उपलब्धियाँ

1993-बॅच के अधिकारी वर्मा ने अपने करियर में बंदरगाह, तेल, इस्पात, बिजली, मुद्रा प्रेस और प्रशिक्षण अकादमियों में यूनिट-कमान्डर का कर्तव्य संभाला। गुवाहाटी में एक विमानन सुरक्षा प्रशिक्षण संस्थान (ASTI) के गठन में उनका योगदान, पटना हवाई अड्डे पर नए एकीकृत टर्मिनल भवन के प्रभार-सहयोग और लेंगपुई/आइज़ॉल/मिज़ोरम में सीआईएसएफ शामिल करने के कार्य उनके प्रशासनिक और तकनीकी समन्वय की मिसाल (Ranchi security) हैं। उन्होंने नक्सल-प्रभावित इलाकों में भी संवेदनशील प्रतिष्ठानों की सुरक्षा-देखभाल का अनुभव संजोया है, जो क्षेत्रीय जोखिम-मैपिंग में उपयोगी रहेगा।

https://youtu.be/Jfn6lWphLOM

शैक्षणिक पृष्ठभूमि और तकनीकी योग्यता

वर्मा ने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय, नई दिल्ली से M.A. और M.Phil (विशेष संयुक्त अध्ययन) की उपाधियाँ प्राप्त की हैं; वे रांची विश्वविद्यालय के सेंट कोलंबस कॉलेज से भूगोल में स्वर्ण पदक विजेता रहे। उन्होंने JRF/NET भी उत्तीर्ण किया और पोस्ट-ब्लास्ट इन्वेस्टिगेशन संबंधित अंतरराष्ट्रीय कोर्स (USA) तथा आपदा-प्रबंधन प्रशिक्षण (Ranchi security) में भागीदारी कर रणनीतिक तकनीकी कौशल विकसित किए हैं। ये गुण उन्हें तकनीकी और नीतिगत दोनों स्तरों पर नेतृत्व देने के लिए सशक्त बनाते हैं।

नीति-दृष्टि और इलाके-स्तरीय योजना

आगे आने वाले महीनों में उनकी योजना में – (1) एयरपोर्ट-सपोर्टेड इंटेलिजेंस शेयरिंग, (2) नरम-लक्ष्य सुरक्षा के लिए स्थानीय समुदायों के साथ रियल-टाइम समन्वय, और (3) औद्योगिक प्रतिष्ठानों के लिए साईबर-जुड़ी सुरक्षा चेकलिस्ट बनाना शामिल है। वे स्थानीय प्रशासन, हवाई अड्डा प्रबंधन और औद्योगिक संस्थानों के साथ साझा प्रशिक्षण सत्रों का भी प्रस्ताव रख रहे हैं – ताकि ज़मीनी कर्मी और सुरक्षा अधिकारी एक ही भाषा में काम कर सकें।