Gariband Naxal Encounter : 5.22 करोड़ के इनामी 10 नक्सली ढेर…माओवादी संगठन की रीढ़ टूटी….

Gariband Naxal Encounter
Gariband Naxal Encounter : छत्तीसगढ़ का गरियाबंद जिला नक्सल विरोधी अभियान में एक ऐतिहासिक जीत का गवाह बना है। मैनपुर थाना क्षेत्र के राजाडेरा-मटाल की पहाड़ियों में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच दो दिन तक चली भीषण मुठभेड़ में पुलिस ने 10 खूंखार नक्सलियों को ढेर कर दिया। इन सभी पर कुल 5.22 करोड़ रुपये का इनाम घोषित था। मारे गए नक्सलियों में सेंट्रल कमेटी और ओडिशा स्टेट कमेटी के बड़े नेता शामिल हैं।
26 घंटे तक गूंजती रही गोलियां
10 सितंबर को गरियाबंद पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि धमतरी-गरियाबंद-नुआपाड़ा डिवीजन के नक्सली बड़ी संख्या में पहाड़ियों में डेरा डाले हैं। इसके बाद गरियाबंद पुलिस की E-30 यूनिट, STF, CAF और COBRA-207 की संयुक्त टीम ने मोर्चा संभाला।
11 सितंबर की सुबह 6 बजे नक्सलियों ने सुरक्षाबलों को घेरने के इरादे से फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में जवानों ने जबर्दस्त बहादुरी दिखाई। पहाड़ियों और घने जंगलों में 26 घंटे तक गोलियों की आवाजें गूंजती रहीं। आखिरकार 12 सितंबर सुबह 8 बजे तक चली इस मुठभेड़ में सुरक्षाबल विजयी हुए।
हथियारों का जखीरा बरामद
मुठभेड़ के बाद तलाशी अभियान में 6 पुरुष और 4 महिला नक्सलियों के शव मिले। साथ ही एके-47, इंसास, SLR जैसे आधुनिक हथियार और भारी मात्रा में नक्सली सामग्री बरामद हुई। इससे साफ है कि नक्सली उन्नत हथियारों से लैस थे।
मारे गए शीर्ष नक्सली
मनोज उर्फ मोडेम बालाकृष्णन (भास्कर) – सेंट्रल कमेटी सदस्य
प्रमोद उर्फ पांडू (पंडरन्ना/चंद्रनना) – ओडिशा स्टेट कमेटी सदस्य
विमल उर्फ मंगन्ना – ओडिशा स्टेट कमेटी सदस्य व टेक्निकल प्रभारी
समीर – कंपनी-06 सदस्य
रजीता, वनीला, सीमा उर्फ भीमे, विक्रम की पत्नी नंदे, उमेश, और बिमला – विभिन्न डिवीजन के सक्रिय नक्सली
नक्सली संगठन को करारा झटका
सुरक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि इन बड़े नेताओं की मौत माओवादी संगठन की रीढ़ तोड़ने वाली घटना है। खासकर ओडिशा स्टेट कमेटी और सेंट्रल कमेटी के सक्रिय नेताओं के मारे जाने से उनकी रणनीतिक ताकत कमजोर पड़ जाएगी।
जवानों की वीरता को सराहना
एडीजी (नक्सल ऑपरेशन) विवेकानंद सिन्हा, आईजी रायपुर रेंज अमरेश मिश्रा और एसपी गरियाबंद निखिल राखेजा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में जवानों की वीरता को सलाम किया। अधिकारियों ने इसे नक्सल उन्मूलन अभियान की ऐतिहासिक उपलब्धि करार दिया।