Diesel Engine Derailment : बिलासपुर के बेलगहना स्टेशन पर डीजल इंजन पटरी से उतरा, 10 ट्रेनें फंसीं

Diesel Engine Derailment
Diesel Engine Derailment : कटनी रेल मार्ग पर स्थित बेलगहना रेलवे स्टेशन के आगे मंगलवार रात नौ बजे एक डीजल इंजन अचानक पटरी से उतर गया। इस इंजन के दो पहिए पटरी से उतरते ही अप और डाउन लाइन बंद हो गई। यह हादसा पाइंट बदलते समय हुआ, जिससे इस मार्ग पर चलने वाली दस ट्रेनें बीच रास्ते में फंसीं। अमरकंटक व सारनाथ एक्सप्रेस समेत अन्य गाड़ियों को तत्काल रोकना पड़ा। यह घटना रेल प्रशासन के लिए (Diesel Engine Derailment) गंभीर चेतावनी बन गई।
इंजन पटरी से उतरने के कारण कुछ गाड़ियों को उसलापुर और करगी रोड स्टेशन पर खड़ा करना पड़ा। वहीं रायपुर, खोंगसरा, भाटापारा और बिलासपुर में भी ट्रेनों के संचालन को नियंत्रित किया गया। ट्रेनों के पहिए थमने के कारण यात्रियों को गंभीर असुविधा का सामना करना पड़ा। कई यात्रियों ने रात भर ट्रेन में ही इंतजार करना पड़ा। घटना की सूचना मिलते ही रेलवे में हड़कंप मच गया और तुरंत मौके पर रेल अमला पहुंचा। तकनीकी स्टाफ और रिलीफ ट्रेन भी बिलासपुर से घटनास्थल के लिए रवाना की गई। रेलवे के अधिकारी इस स्थिति को (Diesel Engine Derailment) अत्यंत गंभीर मानते हैं और इसकी पूरी जांच कराने का आदेश दिया गया।
इंजीनियरिंग विभाग का अमला देर रात तक इंजन को पटरी पर लाने के प्रयास में लगा रहा। अधिकारियों ने बताया कि जल्द ही स्थिति सामान्य हो जाएगी और रेल यातायात पुनः सुचारु रूप से चलने लगेगा। रेलवे प्रशासन ने स्पष्ट किया कि किसी भी ट्रेन या इंजन के पटरी से उतरने की घटना को वे बेहद गंभीरता से लेते हैं और इसे बड़ी चूक मानते हैं। साथ ही, सुरक्षा मानकों की समीक्षा भी इस घटना के परिप्रेक्ष्य में की जाएगी।
रेल प्रशासन ने यह भी कहा कि यात्रियों की सुरक्षा और समय पर गाड़ियों के संचालन को सुनिश्चित करना उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता है। हादसे की वजह और तकनीकी कारणों की विस्तृत रिपोर्ट तैयार की जा रही है। भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए सुरक्षा प्रोटोकॉल और निगरानी प्रणाली को और मजबूत किया जाएगा। इस हादसे ने रेलवे प्रशासन और यात्रियों दोनों के लिए गंभीर संदेश छोड़ दिया कि (Diesel Engine Derailment) समय रहते सतर्क रहना कितना आवश्यक है।