संपादकीय: आयुष्मान योजना के लाभ से वंचित करना अनुचित

संपादकीय: आयुष्मान योजना के लाभ से वंचित करना अनुचित

It is unfair to deprive people of the benefits of Ayushman Yojana

It is unfair to deprive people of the benefits of Ayushman Yojana

Editorial: प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत योजना के लाभ से जरूरतमंद लोगों को एक दिन के लिए भी वंचित करना अनुचित है। गौरतलब है कि एसोसिएशन ऑफ सेल्फ केयर प्रोवाइडर ऑफ इंडिया ने छत्तीसगढ़ के अस्पतालों में आयुष्मान भारत योजना को पांच दिनों तक सांकेतिक रूप से बंद करने की घोषणा की है।

एएचपीआई को छत्तीसगढ़ स्टेट नोडल एजेंसी की कार्य प्रणाली से शिकायत है जिसने पिछले सात सालों से आयुष्मान योजना की पैकेज दरों में बढौत्तरी करने में कोई रूचि नहीं दिखाई है और न ही अब तो 2022 में नेशनल हेल्थ ऑथरिटी की अनुशंसा की थी वो आज तक लागू किया है।

एएचपीआईए की शिकायत और उनकी मांग अपनी जगह जायज है लेकिन इसके लिए उन्हें राज्य और केन्द्र सरकार से चर्चा करनी चाहिए। आयुष्मान योजना को पांच दिनों तक बंद करने से उनके सैकड़ों हजारों गरीब मरीजों के लिए परेशानी हो जाएगी जो गंभीर बीमारियों के उपचार के लिए ऐसे अस्पतालों में दाखिल होते हैं।

छत्तीसगढ़ के स्टेट नोडल ऐजेंसी को भी एएचपीआईए की समस्याओं पर गंभीरतापूर्वक विचार करना चाहिए और उनकी न्यायोचित मांगों को जल्द से जल्द पूरा करने के लिए कारगर कदम उठाने चाहिए ताकि सांकेतिक रूप से पांच दिनों तक आयुष्मान योजना के लाभ से जरूरतमंद मरीजों को वंचित करने की नौबत न आये। यह पीडि़त मानवता के साथ अन्याय ही कहा जाएगा। एएचपीआईए को भी चाहिए कि वह आयुष्मान योजना को कुछ दिनों के लिए रोकने के अपने निर्णय पर पुर्न विचार करें।