Congress Leadership Controversy : बैज बनाम चौबे विवाद पर अब साफ़ संकेत, कांग्रेस में एकजुटता का संदेश

Congress Leadership Controversy
Congress Leadership Controversy : प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज के नेतृत्व को लेकर पूर्व मंत्री रविंद्र चौबे के बयान से मचा बवाल अब ठंडा पड़ता दिख रहा है। बयान के बाद पार्टी में गुटबाजी और असंतोष (Congress Leadership Controversy) की चर्चाएँ तेज हो गई थीं, लेकिन अब चौबे ने सफाई देते हुए बैज के नेतृत्व पर अपना पूरा समर्थन जताया है।
कैसे शुरू हुआ विवाद?
भूपेश बघेल के जन्मदिन कार्यक्रम में चौबे ने 2018 के विधानसभा चुनाव का ज़िक्र करते हुए कलेक्टिव लीडरशिप की बात कही।
इसे प्रदेशाध्यक्ष बैज के नेतृत्व पर सवाल के रूप में देखा गया।
इसके बाद पार्टी दफ्तर से लेकर शीर्ष नेतृत्व तक हलचल मच(Congress Leadership Controversy) गई।
रविंद्र चौबे ने कहा— “मेरे बयान को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया है। दीपक बैज, भूपेश बघेल, चरणदास महंत, टीएस सिंहदेव और ताम्रध्वज साहू – सभी मिलकर पार्टी को मज़बूत करेंगे। हम बैज का हाथ मजबूत करेंगे।”
उन्होंने सार्वजनिक मंच से भी साफ कहा कि भूपेश बघेल कांग्रेस के उपयुक्त नेता हैं और पार्टी की एकजुटता से ही भाजपा की 15 साल की सत्ता 2018 में खत्म हुई थी।
बैज की प्रतिक्रिया
प्रदेशाध्यक्ष दीपक बैज ने मीडिया से कहा—
“पार्टी से बड़ा कोई व्यक्ति नहीं है।”
“ऐसे बयान नहीं आने चाहिए, नेतृत्व सामूहिक है।”
चौबे के बयान पर पार्टी अपने स्तर पर उचित(Congress Leadership Controversy) निर्णय लेगी।
बैज ने चौबे को “महाज्ञानी” बताते हुए उनके विचार को निजी करार दिया।