IPS Shweta Chaubey Award : छत्तीसगढ़ की बेटी, उत्तराखण्ड की शेरनी…IPS श्वेता चौबे को मिला मुख्यमंत्री सराहनीय सेवा पदक…

IPS Shweta Chaubey Award
IPS Shweta Chaubey Award : स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर जब पूरा देश तिरंगे में रंगा था, उसी दिन उत्तराखण्ड की धरती पर छत्तीसगढ़ की जड़ों से जुड़ी एक बेटी ने नया इतिहास रचा। IPS श्वेता चौबे को उत्तराखण्ड सरकार ने मुख्यमंत्री सराहनीय सेवा पदक से सम्मानित किया। यह सम्मान न केवल उनकी कार्यनिष्ठा का प्रतीक है बल्कि छत्तीसगढ़ के लिए गर्व का क्षण भी है।
बचपन से सेवा की प्रेरणा
IPS श्वेता चौबे, छत्तीसगढ़ पुलिस के पूर्व DGP और दो बार राष्ट्रपति पदक से सम्मानित दिवंगत विजय शंकर चौबे की बेटी हैं। सारंगढ़ के मूल निवासी विजय शंकर चौबे(IPS Shweta Chaubey Award) ने अपना पूरा जीवन छत्तीसगढ़ पुलिस को समर्पित किया। पिता के पदचिन्हों पर चलते हुए श्वेता ने भी सेवा को ही अपना जीवन-लक्ष्य बनाया।
छत्तीसगढ़ से उत्तराखण्ड तक का सफर
दुर्ग और अन्य जिलों में बचपन बिताने के बाद श्वेता ने UKPSC परीक्षा पास की और बतौर DSP सेवाएं शुरू कीं। धीरे-धीरे वे अपने काम से पहचानी जाने लगीं और बाद में IPS अवार्ड हुआ। अपने दृढ़ निश्चय और नेतृत्व क्षमता के चलते उन्हें “उत्तराखण्ड की शेरनी” कहा जाने लगा।
उल्लेखनीय उपलब्धियां
2024 में राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित।
Operation Pink के जरिए महिला सुरक्षा के क्षेत्र में अहम भूमिका, जिसके लिए उन्हें स्कोच अवॉर्ड मिला।
2025 के स्वतंत्रता दिवस पर उत्तराखण्ड सरकार ने दिया मुख्यमंत्री सराहनीय सेवा पदक।
हाल ही में बादल फटने से प्रभावित क्षेत्रों में राहत-बचाव कार्य की टीम का अहम हिस्सा रहीं।
छत्तीसगढ़ के लिए गौरव
IPS श्वेता चौबे ने यह साबित कर दिया कि एक बेटी चाहे कहीं भी हो, उसकी सफलता पूरे राज्य का मान बढ़ाती है। उनकी मेहनत, संवेदनशीलता और निडरता ने उन्हें हर वर्ग में सम्मान दिलाया है। छत्तीसगढ़ की धरती पर पली-बढ़ी श्वेता अब उत्तराखण्ड में “शेरनी” कहलाती हैं, जो अपने साहस और सेवा भाव से समाज के लिए प्रेरणा बन चुकी हैं।