संपादकीय: मौसमी बीमारियों का बढ़ता प्रकोप चिंतनीय

outbreak of seasonal diseases
Editorial: हर साल की तरह ही इस बार भी बरसात के मौसम में छत्तीसगढ़ में मौसमी बीमारियों का और खासतौर पर मलेरिया का बढ़ता प्रकोप चिंता का विषय है। ग्रामीण क्षेत्रों में मौसमी बीमारियों के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए ग्राम स्तर पर स्वास्थ सुविधाओं को सुचारू बनाना नितांत आवश्यक है। बस्तर में मलेरिया और डेंगू जैसे रोगों से ग्रसित मरीजों की संख्या बढ़ रही है।
इन संक्रामक रोगों के उन्मूलन के लिए छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने स्वास्थ विभाग को प्रभावी और ठोस कदम उठाने के निर्देश दिये हैं। उनके इन निर्देशों का पालन सुनिश्चित करना स्वास्थ्य विभाग की जिम्मेदारी बनती है। गौरतलब है कि हर साल बरसात के मौसम में जगह-जगह जलभराव होने की वजह से मच्छरों ाक प्रकोप बढ़ जाता है और उनकी वजह से मलेरिया फैलता है इसलिए यह आवश्यक है कि प्रदेश के सभी नगरीय निकाय और पंचायतें जलभराव की समस्या का समाधान करने और साफ सफाई व्यवस्था को पुख्ता बनाने के लिए विशेष अभियान चलायें।
दरअसल साफ सफाई व्यवस्था के अभाव के कारण ही बरसात के मौसम में जगह-जगह फैली गंदगी के कारण ही संक्रामक रोगों को प्रकोप फैलता है और जल जनित रोगों का भी खतरा पैदा हो जाता है जिसकी वजह से हजारों लोग मौसमी बीमारियों की चपेट में आ जाते हैं और इनमें से तो कुछ काल का ग्रास भी बन जाते हैं। उम्मीद की जानी चाहिए कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के निर्देश पर प्रशासनिक अमला मुस्तैदी से काम करेगा और इसके लिए युद्ध स्तर पर विशेष अभियान चलाएगा।