CM Vishnudeo Sai vs Bhupesh Baghel : बेटे की गिरफ्तारी को लेकर सियासी बमबारी…बोले भूपेश- मैं प्रभावशाली हूं तो साय कुर्सी छोड़ें…CM का पलटवार- कांग्रेस की मति भ्रष्ट हो गई है…

CM Vishnudeo Sai vs Bhupesh Baghel
भूपेश बघेल के बेटे की गिरफ्तारी को लेकर कांग्रेस और बीजेपी आमने-सामने। सीएम साय और पूर्व सीएम भूपेश के बीच अब जुबानी जंग तेज हो गई है।
CM Vishnudeo Sai vs Bhupesh Baghel : छत्तीसगढ़ में ईडी की कार्रवाई के बाद अब सियासी पारा चरम पर है। चैतन्य बघेल की गिरफ्तारी के बाद जहां पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रेस के सामने खुलकर केंद्र और राज्य सरकार पर हमला बोला, वहीं मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने भी बिना देर किए जोरदार पलटवार कर दिया।
पूर्व मुख्यमंत्री बघेल ने आरोप लगाया कि उनके बेटे को जानबूझकर फंसाया जा रहा है। उन्होंने कहा – ईडी की रिपोर्ट में लिखा गया है कि भूपेश बघेल प्रभावशाली हैं, अगर ऐसा है तो विष्णु देव साय को तत्काल कुर्सी छोड़ देनी चाहिए।
बघेल ने यह भी कहा कि अडानी द्वारा पेड़ कटवाने के मुद्दे पर उन्होंने स्थगन प्रस्ताव लाया था और उसी दिन ईडी ने उनके बेटे को गिरफ्तार कर लिया। यह सब एक राजनीतिक साजिश का हिस्सा है।
मुख्यमंत्री साय का कड़ा जवाब
सीएम विष्णुदेव साय (CM Vishnudeo Sai vs Bhupesh Baghel) ने इस पर पलटवार करते हुए कहा – बार-बार चुनाव हारने के बाद कांग्रेस नेताओं की मति भ्रष्ट हो गई है। पहले CBI को आने नहीं दिया और अब खुद ही CBI जांच की मांग कर रहे हैं। जो लोग समय के साथ विचार बदलते हैं, उन पर जनता कैसे भरोसा करे?
साय ने यह भी जोड़ा कि कांग्रेस ने पांच साल तक शासन में रहते हुए कानून का मज़ाक उड़ाया, और अब जब जांच एजेंसियां अपना काम कर रही हैं, तो वे उसे राजनीतिक प्रतिशोध बता रहे हैं।
क्या है मामला?
शराब घोटाले में मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों को लेकर ईडी ने चैतन्य बघेल को गिरफ्तार किया है। शुक्रवार को सुबह 6 बजे उनके घर पर छापेमारी के बाद पूछताछ कर कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें पांच दिन की ईडी रिमांड पर भेजा गया।
कांग्रेस का विरोध प्रदर्शन
चैतन्य (CM Vishnudeo Sai vs Bhupesh Baghel) की गिरफ्तारी के बाद कांग्रेस, युवा कांग्रेस और एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने ईडी कार्यालय के सामने जमकर प्रदर्शन किया। खुद भूपेश बघेल सपरिवार अपने बेटे से मिलने पहुंचे और मीडिया से मुखातिब होते हुए इसे ‘राजनीतिक प्रतिशोध’ करार दिया।