Chhattisgarh Employee Protest : छत्तीसगढ़ में कर्मचारियों का महा आंदोलन: पुरानी पेंशन और महंगाई भत्ते पर सरकार को चेतावनी...

Chhattisgarh Employee Protest : छत्तीसगढ़ में कर्मचारियों का महा आंदोलन: पुरानी पेंशन और महंगाई भत्ते पर सरकार को चेतावनी…

Warning to the government on old pension and dearness allowance

Chhattisgarh Employee Protest

छत्तीसगढ़ कर्मचारी-अधिकारी फेडरेशन ने पुरानी पेंशन, महंगाई भत्ता और अन्य मांगों को लेकर प्रदेशभर में विशाल प्रदर्शन किया। कर्मचारियों ने सरकार को ज्ञापन सौंपते हुए 22 अगस्त से बड़े आंदोलन की चेतावनी दी है।

बीजापुर, 17 जुलाई। Chhattisgarh Employee Protest : छत्तीसगढ़ कर्मचारी एवं अधिकारी फेडरेशन ने आज प्रदेशव्यापी आह्वान पर राज्य के सभी विकासखंडों में विशाल रैली और धरना प्रदर्शन किया। इस दौरान, फेडरेशन ने मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव के नाम एक विस्तृत ज्ञापन सौंपा, जिसमें महंगाई भत्ता, पुरानी पेंशन नीति और अन्य प्रमुख मांगों को तत्काल पूरा करने की अपील की गई है। बीजापुर जिले में भी कर्मचारियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और अपनी मांगों को बुलंद किया।

बीजापुर में प्रदर्शन:

फेडरेशन के जिला सचिव कैलाश रामटेके ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि प्रांताध्यक्ष कमल वर्मा के आह्वान पर यह प्रदर्शन आयोजित किया गया था। बीजापुर में, जिले के सभी कर्मचारी संगठनों के पदाधिकारी कलेक्ट्रेट परिसर में इकट्ठा (Chhattisgarh Employee Protest)हुए। फेडरेशन के जिलाध्यक्ष मोहम्मद जाकिर खान और जिला सचिव कैलाश रामटेके के नेतृत्व में कर्मचारियों ने एसडीएम बीजापुर जागेश्वर कौशल को ज्ञापन सौंपा।

प्रमुख माँगें:

कर्मचारी फेडरेशन द्वारा सौंपे गए ज्ञापन में कई अहम माँगें शामिल हैं, जिनमें प्रमुख हैं:

 • महंगाई भत्ता (DA): केंद्र के समान 2% महंगाई भत्ता दिया जाए और 2019 से लंबित महंगाई भत्ते की एरियर राशि का भुगतान किया जाए।

 • पिंगुआ कमेटी रिपोर्ट: पिंगुआ कमेटी की रिपोर्ट को सार्वजनिक किया जाए।

 • पदोन्नति और वेतनमान: चार स्तरीय पदोन्नत समयमान वेतनमान लागू किया जाए।

 • वेतन विसंगति: वेतन विसंगतियों को तत्काल दूर किया जाए।

 • कैशलेस चिकित्सा सुविधा: कैशलेस चिकित्सा सुविधा को राज्य भर में लागू किया जाए।

 • अनुकंपा नियुक्ति: अनुकंपा नियुक्ति में 10% की सीमा बंधन को समाप्त किया जाए।

 • अर्जित अवकाश: 300 दिनों के अर्जित अवकाश का नगदीकरण किया (Chhattisgarh Employee Protest)जाए।

 • पेंशन नीति: पूर्ण पेंशन हेतु निर्धारित नीति बनाई जाए।

 • सेवानिवृत्ति आयु: सेवानिवृत्ति की आयु बढ़ाकर 65 वर्ष की जाए।

• अनियमित कर्मचारियों का नियमितीकरण: सभी अनियमित कर्मचारियों को नियमित किया जाए।

भोपालपटनम में भी गूंजी आवाज़:

बीजापुर के साथ ही, विकासखंड भोपालपटनम में भी ब्लॉक अध्यक्ष कमल कोर्राम के नेतृत्व में कर्मचारियों ने रैली निकालकर और धरना प्रदर्शन कर तहसीलदार के रीडर को ज्ञापन सौंपा।

आगे की रणनीति:

फेडरेशन ने स्पष्ट चेतावनी दी है कि यदि उनकी माँगें पूरी नहीं की जाती हैं, तो कर्मचारी 22 अगस्त 2025 को सामूहिक अवकाश लेकर एक बार फिर विकासखंड मुख्यालयों पर धरना प्रदर्शन करेंगे।

प्रदर्शन में शामिल प्रमुख पदाधिकारी:

ज्ञापन सौंपने वालों में फेडरेशन के कोषाध्यक्ष लोकेश रेड्डी, सह सचिव रेशमा गोड्डे, वन कर्मचारी संघ के सोनाधर मांझी, कश्मीर एक्का, मोहन अवलम, स्वास्थ्य संयोजक कर्मचारी संघ के शेख फारुख, वाहन चालक संघ से महेश देवांगन, लिपिक संघ के इलमिड़ी संतोष, शिक्षक संघ के संदीप राज पामभोई, शेख आसम, सुशीला लंबाडी, पेंशनर संघ के ए. सुधाकर सहित शंकर कावटी, मोहनलाल मंडावी, कोरम नारद, मद्दी नागैया आदि का विशेष योगदान रहा।

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