Liquor Scam Chhattisgarh : छत्तीसगढ़ में 3200 करोड़ शराब घोटाले पर सबसे बड़ी कार्रवाई…22 अफसर सस्पेंड…

Liquor Scam Chhattisgarh
रायपुर, 12 जुलाई| Liquor Scam Chhattisgarh : छत्तीसगढ़ सरकार ने भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति का बड़ा उदाहरण पेश किया है। 3200 करोड़ के बहुचर्चित शराब घोटाले में बड़ी कार्रवाई करते हुए आबकारी विभाग के 22 अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया गया है। ये घोटाला 2019 से 2023 के बीच का है, जिसकी जांच में सामने आया कि अफसरों ने अवैध तरीके से संपत्ति अर्जित की और एक संगठित सिंडिकेट की तरह काम किया।
जांच एजेंसियों EOW और ACB की रिपोर्ट के बाद यह अब तक की सबसे सख्त कार्रवाई मानी जा रही है। इस कदम से सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि चाहे कोई भी पद पर हो, भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
क्या है शराब घोटाले का मामला?( Liquor Scam Chhattisgarh)
पूर्ववर्ती सरकार के कार्यकाल में शराब कारोबार में भारी गड़बड़ी के आरोप लगे थे। अफसरों ने अवैध रूप से कमाई कर संपत्तियां बनाई थीं। जांच में यह पूरा मामला एक रैकेट की तरह सामने आया, जिसे अब सरकार एक-एक करके उजागर कर रही है।
भ्रष्टाचार के खिलाफ और कौन-कौन से मोर्चे खुले?
PSC-2021 परीक्षा घोटाले की जांच अब CBI कर रही है
DMF फंड, महादेव सट्टा एप, तेंदूपत्ता वितरण, और CGMSC घोटाले भी जांच के दायरे में
200 से ज्यादा भ्रष्ट अफसरों पर दो साल में कार्रवाई
ई-ऑफिस, जेम पोर्टल, सिंगल विंडो सिस्टम 2.0 से पारदर्शिता लाने के (Liquor Scam Chhattisgarh)प्रयास
FL-10 लाइसेंस नीति समाप्त, नकली शराब पर होलोग्राम अनिवार्य
खनिज ट्रांजिट पास और लकड़ी की नीलामी भी अब ऑनलाइन
मुख्यमंत्री ने दिया स्पष्ट संदेश
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने दो टूक कहा – “अब छत्तीसगढ़ में ईमानदारी ही नई पहचान बनेगी। भ्रष्टाचार किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सुशासन, पारदर्शिता और जवाबदेही ही हमारी सरकार की रीढ़ (Liquor Scam Chhattisgarh)है।” सरकार का कहना है कि यह सिर्फ प्रशासन नहीं, विश्वास और नैतिकता के साथ शासन चलाने का प्रयास है।