Chhattisgarh School Teacher Rationalization : शिक्षा में क्रांति… “अब कोई भी स्कूल शिक्षकविहीन नहीं”…छत्तीसगढ़ में युक्तियुक्तकरण से ऐतिहासिक बदलाव…

Chhattisgarh School Teacher Rationalization
रायपुर, 5 जुलाई| Chhattisgarh School Teacher Rationalization : छत्तीसगढ़ की शिक्षा व्यवस्था में बड़ा ऐतिहासिक सुधार हुआ है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की सरकार द्वारा लागू युक्तियुक्तकरण नीति के तहत अब राज्य का कोई भी विद्यालय शिक्षकविहीन नहीं है। यह कदम शिक्षा में गुणवत्ता, समानता और संतुलन की दिशा में एक निर्णायक पहल मानी जा रही है।
453 से शून्य: शिक्षकविहीन स्कूल अब इतिहास
युक्तियुक्तकरण से पहले:
453 स्कूल बिना किसी शिक्षक के संचालित हो रहे थे
युक्तियुक्तकरण के बाद:
सभी स्कूलों में न्यूनतम एक शिक्षक की नियुक्ति सुनिश्चित
यह परिवर्तन RTE Act 2009 और National Education Policy 2020 के मूल सिद्धांतों के अनुरूप है, जो प्रत्येक विद्यार्थी को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का अधिकार देता (Chhattisgarh School Teacher Rationalization)है।
5936 एकल शिक्षकीय स्कूलों में से 4728 में अब अतिरिक्त शिक्षक नियुक्त
प्रदेश में 5936 एकल शिक्षकीय विद्यालय थे, जिनमें से 4728 में अतिरिक्त शिक्षकों की नियुक्ति हो चुकी है।
इससे ग्रामीण और दूरस्थ इलाकों में पढ़ने वाले बच्चों को:
अधिक व्यक्तिगत ध्यान
विषय विशेषज्ञता
और स्थायी शैक्षणिक माहौल का लाभ मिल रहा (Chhattisgarh School Teacher Rationalization)है।
अभी भी 1208 स्कूल एकल शिक्षकीय: जल्द होगी 5000 शिक्षकों की नई भर्ती
सरकार ने यह भी स्पष्ट किया है कि
बस्तर और सरगुजा संभाग के 1208 स्कूल अभी भी एकल शिक्षकीय हैं
इन्हें कवर करने के लिए प्रधान पाठक व व्याख्याता की पदोन्नति और
5000 शिक्षकों की सीधी भर्ती की प्रक्रिया जल्द पूरी की जाएगी
पारदर्शिता और जवाबदेही: अनियमितता पर कार्रवाई
सरकार ने यह भी बताया कि युक्तियुक्तकरण के दौरान जो अधिकारी या कर्मचारी अनियमितताओं में लिप्त पाए (Chhattisgarh School Teacher Rationalization)गए, उनके विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई की गई है। यह नीति सिर्फ शैक्षणिक ही नहीं, प्रशासनिक सुधार की भी दिशा तय कर रही है।