Heart Attack VS Cardiac Arrest  : धड़कन और दर्द में फर्क है जनाब…! हार्ट अटैक और कार्डियक अरेस्ट को समझिए…जान बचाइए…

Heart Attack VS Cardiac Arrest  : धड़कन और दर्द में फर्क है जनाब…! हार्ट अटैक और कार्डियक अरेस्ट को समझिए…जान बचाइए…

रायपुर, 30 जून 2025। Heart Attack VS Cardiac Arrest  : “अचानक गिर पड़ा… दिल का दौरा पड़ा था।” — अक्सर ऐसा सुनने को मिलता है, लेकिन क्या वाकई वो हार्ट अटैक था या कार्डियक अरेस्ट? अधिकतर लोग इन दोनों गंभीर स्थितियों को एक ही समझते हैं, जबकि चिकित्सा विज्ञान के अनुसार हार्ट अटैक और कार्डियक अरेस्ट दोनों अलग मेडिकल इमरजेंसी हैं — लक्षण, कारण और इलाज तीनों स्तर पर।

एशियन अस्पताल के कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. प्रतीक चौधरी बताते हैं कि इन दोनों स्थितियों को समझना इसलिए ज़रूरी है क्योंकि समय पर पहचान और सही इलाज ही जीवन बचा सकता है।

हार्ट अटैक: जब रुक जाता है खून का रास्ता

क्या होता है?

हार्ट अटैक (Myocardial Infarction) तब होता है जब हृदय की मांसपेशियों को खून देने वाली धमनियों में रुकावट आ जाती (Heart Attack VS Cardiac Arrest )है — यह अवरोध आमतौर पर कोलेस्ट्रॉल या रक्त के थक्के के कारण होता है।

मुख्य लक्षण:

सीने में दबाव, जलन या दर्द

बांह, पीठ, गर्दन या जबड़े में दर्द

सांस लेने में तकलीफ

पसीना आना, मतली, चक्कर

ध्यान दें: हार्ट अटैक में हृदय काम करता रहता है, लेकिन उसकी कार्यक्षमता घट सकती है।

कार्डियक अरेस्ट: जब बंद हो जाती है धड़कन

क्या होता है?

कार्डियक अरेस्ट तब होता है जब हृदय की इलेक्ट्रिकल सिस्टम अचानक फेल हो जाती (Heart Attack VS Cardiac Arrest )है, जिससे दिल की धड़कन रुक जाती है और रक्त प्रवाह थम जाता है।

मुख्य लक्षण:

व्यक्ति अचानक गिर जाता है

न सांस, न नाड़ी

बेहोशी तुरंत

मृत्यु का खतरा मिनटों में

क्या करें? तुरंत जान बचाने वाले कदम

हार्ट अटैक की आशंका हो तो तुरन्त अस्पताल पहुँचें, Aspirin देना प्राथमिक उपाय हो सकता है (डॉक्टर की सलाह पर)।

कार्डियक अरेस्ट हो तो तुरंत CPR (हृदय मालिश) शुरू करें और Automated External Defibrillator (AED) का उपयोग करें यदि उपलब्ध हो।

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