Sleep Anxiety Tips : नींद से नहीं, नींद की सोच से होती है बेचैनी… दिमाग को ‘सोना सिखाने’ के ये हैं 7 साइको-ट्रिक्स…

नई दिल्ली, 20 जून| Sleep Anxiety Tips : रात का सन्नाटा, दिनभर की थकान और फिर भी बिस्तर पर करवटें… क्या ये आपकी भी हर रात की कहानी है? तो ध्यान दीजिए — शायद आपकी नींद की समस्या आपके शरीर में नहीं, आपकी आदतों और सोच में छिपी हुई है।
सिर्फ यह मान लेना कि “नींद नहीं आती” एक मेडिकल समस्या है, अब पुरानी सोच हो गई है। रिसर्च और न्यूरोसाइकोलॉजी के मुताबिक, नींद से पहले की मानसिक प्रक्रिया और छोटी-छोटी आदतें ही तय करती हैं कि आप कितनी गहरी नींद लेंगे।
सोने के लिए शरीर से ज़्यादा दिमाग को तैयार करना ज़रूरी है
नींद केवल एक बॉडी मैकेनिज्म नहीं, यह मेंटल ट्रांज़िशन भी (Sleep Anxiety Tips)है। यानी दिन की भागदौड़ से शांति के स्लीप ज़ोन में आने के लिए दिमाग को रास्ता दिखाना होता है।
यहां जानिए ऐसे 7 साइको-ट्रिक्स जो आपको चैन की नींद दिला सकते हैं, वो भी बिना दवा के:
7 माइंड-हैकिंग स्लीप ट्रिक्स
“ब्रेन ऑफ” रिचुअल:
सोने से 30 मिनट पहले सबकुछ छोड़ दें — काम, बातचीत, (Sleep Anxiety Tips)स्क्रीन। बस एक संकेत दीजिए कि अब दिमाग को शटडाउन होना है।
“विज़ुअल स्लीप माइंडफुलनेस”
आँख बंद करें और कल्पना करें कि आप किसी शांत जगह पर हैं — जैसे किसी झील के किनारे। ये विज़ुअलाइजेशन दिमाग की बेचैनी को बदलता है।
“सोच के बजाय देखो सांस”
गहरी सांस लें और अपने श्वास की आवाज़ और रफ्तार को ध्यान से सुनें। इससे विचारों का प्रवाह धीमा होता है।
“नींद की डायरी”
बिस्तर पर जाने से पहले दिनभर की उलझनों को डायरी में उतार (Sleep Anxiety Tips)दें। दिमाग हल्का होगा।
“थैंकफुल 3” तकनीक
दिन की 3 अच्छी बातों को याद करें। दिमाग पॉजिटिव सोच पर फोकस करेगा।
“सोने से पहले स्नान = माइंड रिलैक्सेशन”
गुनगुने पानी से नहाना शरीर के साथ दिमाग को भी आराम देता है।
“नींद को ज़रूरत नहीं, आदत बनाइए”
हर रोज़ एक तय समय पर सोने की कोशिश करें। यह रूटीन आपके स्लीप हार्मोन्स को सिंक्रोनाइज़ करता है।
नींद का मतलब भाग जाना नहीं, रुक जाना है
नींद वह अवस्था है जहां शरीर खुद को रिपेयर करता है और दिमाग खुद को रीसेट करता है। इसे एक मजबूरी नहीं, अपना डेली गिफ्ट समझिए।