UPI Transaction Speed : UPI का नया युग…10 सेकंड में ट्रांजैक्शन…अब बैलेंस चेकिंग भी लिमिट में…

नई दिल्ली, 16 जून। UPI Transaction Speed : डिजिटल इंडिया की रफ्तार अब और तेज हो गई है। 16 जून 2025 से यूपीआई (Unified Payments Interface) के जरिए लेनदेन करने वालों को एक बिल्कुल नया अनुभव मिलने जा रहा है—तेजी, पारदर्शिता और नियंत्रण के साथ।
अब यूपीआई से पैसे भेजना या रिफंड पाना 30 सेकंड नहीं, सिर्फ 10 से 15 सेकंड में संभव होगा। भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI) ने प्रोसेसिंग टाइम को अपडेट करते हुए इसे और स्मूद बना दिया है, जिससे छोटे-बड़े सभी ट्रांजैक्शन अब अधिक रफ्तार से पूरे होंगे।
अब बैलेंस चेक करने की लिमिट तय
अब ग्राहक एक दिन में अधिकतम 50 बार ही अपने बैंक खाते का बैलेंस यूपीआई ऐप से चेक कर सकेंगे। यह निर्णय सिस्टम लोड को संतुलित (UPI Transaction Speed)रखने और टेक्निकल दक्षता बढ़ाने के उद्देश्य से लिया गया है। अब बार-बार बैलेंस चेक करने की आदत पर लगाम लग सकती है।
UPI में अब सिक्योरिटी लेयर होगी और भी मजबूत
UPI से जुड़ी निवेश संबंधी सुरक्षा को लेकर भी बड़ी खबर है। बाजार नियामक SEBI अब ‘SEBI Check’ नामक नई सुविधा ला रहा (UPI Transaction Speed)है, जो क्यूआर कोड या UPI ID के जरिए लेनदेन की प्रामाणिकता की जांच कर सकेगी। यह सिस्टम मध्यस्थों के बैंक डिटेल्स (IFSC, खाता संख्या आदि) को स्वतः सत्यापित करने में भी सक्षम होगा।