ज्ञान-विज्ञान की प्राचीन परंपराओं से कराया गया अवगत, 75 युवाओं ने लिया बदलाव का संकल्प

Vishwa Gayatri Pariwar Shantikunj Haridwar
भारतीय संस्कृति के संरक्षण के लिए चार दिवसीय व्यक्तित्व विकास शिविर संपन्न
बीजापुर/ नवप्रदेश। Vishwa Gayatri Pariwar Shantikunj Haridwar: भारतीय संस्कृति के संरक्षण और युवाओं में नैतिक मूल्यों के विकास के उद्देश्य से बीजापुर में अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार के तत्वावधान में एक चार दिवसीय व्यक्तित्व निर्माण युवा शिविर का सफल आयोजन किया गया। 23 जून से शुरू होकर 26 जून को संपन्न हुए इस शिविर में बीजापुर जिले के भैरमगढ़, उसूर और बीजापुर ब्लॉक के युवाओं और ग्रामीणों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
शिविर का शुभारंभ और उद्देश्य
शिविर का विधिवत उद्घाटन भाजपा के बस्तर प्रभारी जी. वेंकटेश्वर, भाजपा जिला अध्यक्ष घासी राम नाग, और समाजसेवी राजीव गांधी ने किया। उन्होंने मां गायत्री, गुरुदेव पंडित श्री राम शर्मा और माता भगवती देवी शर्मा की प्रतिमाओं पर पुष्पांजलि अर्पित कर और दीप प्रज्वलित कर शिविर का शुभारंभ किया। इस शिविर का मुख्य उद्देश्य युवाओं को आत्मनिर्भर, संस्कारी और सकारात्मक ऊर्जा से परिपूर्ण बनाना था। इसके तहत उन्हें भारतीय ज्ञान-विज्ञान की प्राचीन परंपराओं से अवगत कराया गया।
गहन प्रशिक्षण और गुरुकुल पद्धति का ज्ञान
शांतिकुंज हरिद्वार से आए पांच परिव्राजकों की टोली, जिसमें कुलदीप कृष्ण भारती, लोकेश साहू, कुमारी प्रिया साहू, कुमारी सरिता और कुमारी आस्था पटेल ने चार दिनों तक प्रतिभागियों को प्रशिक्षित किया। इस दौरान शारीरिक प्रशिक्षण, योग, आत्मरक्षा और समाज व राष्ट्र रक्षा के लिए युवाओं को सक्षम बनाने पर विशेष ध्यान दिया गया। साथ ही, युवाओं के नैतिक, भौतिक और आध्यात्मिक विकास को भी महत्व दिया गया। गुरुकुल पद्धति का ज्ञान भी साझा किया गया, जिसका लक्ष्य युवाओं को शारीरिक और मानसिक दोनों स्तरों पर मजबूत बनाना था।
जीवन मूल्यों का आत्मसात और संकल्प
शिविर में स्वावलंबन, व्यसन मुक्ति, परिवार निर्माण, संस्कार, महिला सशक्तिकरण, पर्यावरण संरक्षण, कुरीति उन्मूलन, सभ्य समाज निर्माण और तनावमुक्त जीवन जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर प्रशिक्षण दिया गया। राष्ट्रीय चरित्र निर्माण और समाज के प्रति समर्पण की भावना विकसित करने पर विशेष बल दिया गया। इस प्रेरणादायक शिविर का लाभ उठाते हुए 75 युवाओं ने अपने जीवन को संवारने का संकल्प लिया। इनमें से 15 युवाओं ने मांसाहार और जीव हत्या का त्याग करने का दृढ़ संकल्प लिया। वहीं, सौरभ पांडे, चहल झाड़ी, अथर्व बीरा, वरुण इच्छामि, वासुदेव यादव, कृष्ण यादव, जगदीश ध्रुवा, साक्षी नकका, बिंदिया कश्यप, तनीषा गोयल, राधिका मांडवी, योग माया, माया भोयर, संगीता काडीयामी, योगेश्वरी यादव, साक्षी साहनी, कृति बीरा और आरती यादव सहित 19 युवाओं ने दीक्षा संस्कार ग्रहण किया। इसके अतिरिक्त, 8 युवाओं ने बाल संस्कार शाला चलाने का संकल्प लिया।
समापन और प्रेरणादायक संदेश
शिविर के समापन अवसर पर पूर्व वन मंत्री महेश गागड़ा ने भी युवाओं के साथ समय बिताया और उन्हें समर्थ भारत के निर्माण में सक्रिय भूमिका निभाने के लिए प्रेरित किया। उनके विचारों ने राष्ट्रीय चरित्र, भारतीय संस्कृति और परंपराओं को बनाए रखने के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि ऐसे शिविर संगठित भारत और समर्थ भारत के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इस चार दिवसीय शिविर को सफल बनाने में गायत्री शक्तिपीठ बीजापुर के ट्रस्टी शंकर कुड़ियम, सहायक ट्रस्टी राम यश विश्वकर्मा, पूर्व जिला समन्वयक विजय बहादुर, समन्वयक राजा बाबू बीरा, व्यवस्थापक जे.पी. सिंह राजपूत, युवा प्रकोष्ठ अध्यक्ष के. संतोष कुमार, महिला प्रकोष्ठ से खेमनी यादव, अर्चना सिंह, गायत्री मरकाम, रुक्मणि झाड़ी, यामिनी साहू, दुर्गा पुजारी, तथा अर्जुन वैंकू, भारत, महेश और नर्वेद्सिंह सहित अन्य परिजनों का पूर्ण सहयोग रहा।