Pakistan Economic Crisis : सिर्फ मिसाइल ही नहीं, रसोई तक तबाही…ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान में महंगाई का बारूद फटा…

इस्लामाबाद/नई दिल्ली, 22 मई| Pakistan Economic Crisis : भारत के ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान सिर्फ सैन्य मोर्चे पर ही नहीं, अब रसोई तक हारता नजर आ रहा है। पहलगाम आतंकी हमले का बदला लेने के लिए 6-7 मई की रात भारतीय सेना द्वारा की गई मिसाइल स्ट्राइक्स ने पाकिस्तान के 9 से ज्यादा आतंकी ठिकानों और 11 सैन्य अड्डों को ध्वस्त कर दिया। हालांकि असली तबाही पाकिस्तान की जनता के लिए अब शुरू हुई है – उनके थालियों में खाना और जेब में पैसा दोनों खत्म हो गए हैं।
आटा-तेल सेब-चावल तक सब पर बारूद जैसा असर
भारत के सर्जिकल मिसाइल अटैक के बाद पाकिस्तान में महंगाई रिकॉर्डतोड़ उछाल पर है। एक तरफ जहां भारतीय वायु रक्षा ने 600 से ज्यादा पाकिस्तानी ड्रोन और मिसाइल हवा में ही ध्वस्त कर (Pakistan Economic Crisis)दिए, वहीं दूसरी तरफ पाकिस्तान की आर्थिक हवा भी निकल गई है।
दूध ₹150 लीटर
आटा ₹120 किलो
सरसों तेल ₹500 लीटर
घी ₹2800 किलो
सेब ₹500 किलो
एक अंडा ₹30
ये आंकड़े बताने को काफी हैं कि पाकिस्तान में थाली भरना अब एक युद्ध जीतने जैसा हो गया है।
खाली दुकानों और भरी सड़कों वाला देश बन गया पाकिस्तान
झेलम, रावलपिंडी, कराची और लाहौर जैसे बड़े शहरों में रोजमर्रा का सामान खत्म हो चुका है। राशन दुकानों के बाहर लंबी लाइनें, चीनी और घी के लिए मारा-मारी और दुकानदारों से ग्राहकों की हाथापाई की खबरें आम हो गई (Pakistan Economic Crisis)हैं।
कई जगहों पर हालात इतने खराब हैं कि आटा और तेल जैसी बुनियादी चीजों के लिए झगड़े हो रहे हैं। बाजारों में ‘नो स्टॉक’ के बोर्ड अब आम बात हो चुकी है।
मुनीर को फील्ड मार्शल, आवाम को भूख की चाल
इस बीच पाकिस्तानी आर्मी चीफ आसिम मुनीर, जिन्हें ऑपरेशन सिंदूर में करारी हार का सामना करना पड़ा, उन्हें फील्ड मार्शल की उपाधि से नवाजा गया। सवाल यह है कि क्या भूख और बर्बादी के बीच पाकिस्तान की आवाम इस ‘झूठी जीत’ की कहानी पचा पाएगी?
मुनीर और शहबाज शरीफ सरकार देश को ये जताने में लगे हैं कि पाकिस्तान ने ‘जवाब दिया’, लेकिन बाजार और जनता की हालत सब बयां कर रही है।
जनता पूछ रही है: गोली से ज्यादा घातक भूख क्यों?
पाकिस्तानी अवाम अब यह सवाल कर रही है कि उन्हें भारत के जवाब से ज्यादा, अपने ही हुक्मरानों के झूठ और गलत नीतियों से नुकसान हो रहा (Pakistan Economic Crisis)है। ऑपरेशन सिंदूर के बाद अगर किसी ने सबसे बड़ा वार झेला है, तो वो है पाकिस्तान की आम जनता।