भारत की अनुपस्थिति के बावजूद UNSC की बैठक में पाकिस्तान की ‘बेइज्जती’

UNSC meeting
-पाकिस्तान वर्तमान में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का अस्थायी सदस्य है
नई दिल्ली। UNSC meeting: पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कदम उठाए हैं। इससे घबराये पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक की मांग की। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने उस मांग पर बंद कमरे में बैठक की। पाकिस्तान संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत-पाकिस्तान तनाव पर चर्चा करने का प्रयास कर रहा था। हालाँकि, इस बैठक में कोई निर्णय नहीं लिया गया या कोई प्रस्ताव पारित नहीं किया गया। इसके विपरीत, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के अन्य सदस्यों द्वारा उठाए गए कठिन प्रश्नों के कारण पाकिस्तान की वार्ता बीच में ही समाप्त हो गई।
पाकिस्तान से पूछा गया कि क्या पहलगाम (UNSC meeting) हमले में लश्कर-ए-तैयबा शामिल था। इसके अलावा कुछ सदस्यों ने यह भी कहा कि पर्यटकों से उनका धर्म पूछकर उन्हें गोली मार दी गई। सूत्रों के अनुसार, यूएनएससी की बैठक में सदस्यों ने 22 अप्रैल को पहलगाम हमले की निंदा की और जवाबदेही की मांग की। धर्म के आधार पर पर्यटकों को निशाना बनाने का मुद्दा उठाया गया। कई सदस्यों ने पाकिस्तान द्वारा मिसाइल परीक्षणों और परमाणु हमले की धमकियों के कारण तनाव बढऩे पर चिंता व्यक्त की। अन्य सदस्यों ने पाकिस्तान को इस मुद्दे को द्विपक्षीय रूप से सुलझाने की सलाह दी।
पाकिस्तान का दुर्भाग्य
पाकिस्तान को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक से बड़ी उम्मीदें थीं। पाकिस्तान का मानना था कि इस बैठक में सदस्य झूठी बातों को स्वीकार कर लेंगे। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। पाकिस्तान का यह भी मानना है कि बंद कमरे में होने वाली चर्चा के बाद सुरक्षा परिषद एक बयान जारी करेगी। लेकिन ऐसा भी नहीं हुआ। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद द्वारा कोई बयान जारी न किए जाने से पाकिस्तान शर्मिंदा है।
भारत की अनुपस्थिति में पाकिस्तान अपना एजेंडा आगे बढ़ाना चाहता था
पाकिस्तान वर्तमान में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का अस्थायी सदस्य है। भारत इस सुरक्षा परिषद का हिस्सा नहीं है। उस समय पाकिस्तान को लगा कि वह भारत की अनुपस्थिति में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में अपने एजेंडे को आगे बढ़ा सकता है। लेकिन भारत की रणनीति के चलते बैठक में अन्य सदस्यों ने पाकिस्तान को घेर लिया। सदस्यों ने पाकिस्तान के भड़काऊ बयानों पर भी नाराजगी व्यक्त की। पाकिस्तान ने इस बैठक का इस्तेमाल भारत और कश्मीर मुद्दे पर झूठे आरोप लगाने के लिए किया, लेकिन सुरक्षा परिषद के सदस्यों ने पाकिस्तान से कई सवाल पूछे। इसलिए, बैठक से कोई नतीजा नहीं निकला।