पानी टंकी निर्माण में ठेकेदारों की मनमानी, विभागीय अधिकारियों की चुप्पी पर उठे सवाल

Arbitrariness of contractors in construction of water tank
जनपद उपाध्यक्ष तरुण व्यवहार ने जताई गहरी नाराजगी
बागबाहरा। Arbitrariness of contractors in construction of water tank: केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी ‘नल जल योजना के तहत प्रत्येक गांव में शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के उद्देश्य से पानी टंकियों का निर्माण किया जा रहा है। परंतु बागबाहरा ब्लॉक के अधिकांश ग्रामों में यह योजना भ्रष्टाचार और लापरवाही की भेंट चढ़ती नजर आ रही है।
हाल ही में जनपद उपाध्यक्ष तरुण व्यवहार ने गांवों में स्थल निरीक्षण कर टंकी निर्माण की हकीकत जाननी चाही, जिसमें सामने आया कि अधिकांश स्थानों पर टंकी निर्माण अधूरा है, कहीं टंकी में दरारें हैं, तो कहीं बोरिंग और पाइपलाइन की व्यवस्था ही नहीं है। जबकि विभागीय रिकॉर्ड में कार्य पूर्ण दर्शाया गया है।
ग्रामीणों ने बताया कि कई ठेकेदार कार्य अधूरा छोड़कर चले गए हैं, और जब उनसे बात की जाती है तो वे जवाब तक नहीं देते। ग्राम हाथीगढ़, बिहाझर, बिराजपाली, भलेसर और बोईरगांव सहित कई गांवों में निर्माण वर्षों से अधूरा है। ग्राम बिहाझर में तो टंकी शुभारंभ से पहले ही दरारें आ गईं और पानी फुहारों की तरह बहने लगा।
इस गंभीर लापरवाही को लेकर सरपंचों और ग्रामीणों ने जनपद कार्यालय पहुंचकर जनपद उपाध्यक्ष तरुण व्यवहार को ज्ञापन सौंपा। व्यवहार ने बताया कि विभाग द्वारा दी गई रिपोर्ट में 238 गांवों में से 127 ग्रामों में कार्य पूर्ण और 113 में कार्य प्रगतिरत बताया गया है, परंतु धरातल पर स्थिति इसके विपरीत है।
उन्होंने कहा कि संबंधित विभागीय अधिकारियों का रवैया बेहद गैर-जिम्मेदाराना है। फोन करने पर उनके नंबर बंद मिलते हैं और वे किसी भी प्रकार की जानकारी देने से कतराते हैं। यह स्थिति स्पष्ट रूप से ठेकेदारों को मिल रहे विभागीय संरक्षण की ओर संकेत करती है।
इस अवसर पर जनपद सदस्य बलराम ध्रुव, काजल गजेंद्र साहू, सरपंच (बिहाझर), सहित बिराजपाली, भलेसर, बोईरगांव के सरपंच व अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे। उपाध्यक्ष तरुण व्यवहार ने सभी को भरोसा दिलाया कि वे इस विषय को पीएचई मंत्री और जिला कलेक्टर के समक्ष रखकर शीघ्र कार्रवाई सुनिश्चित कराएंगे।