संपादकीय: ममता बनर्जी का भाजपा पर आरोप

संपादकीय: ममता बनर्जी का भाजपा पर आरोप

Mamata Banerjee accuses BJP

Mamata Banerjee accuses BJP

Mamata Banerjee accuses BJP: वक्फ बिल के खिलाफ बंगाल के मुर्शिदाबाद सहित अन्य स्थानों पर जो हिंसा हुई है उसके लिए बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भाजपा और आरएसएस को जिम्मेदार ठहराया है। ममता बनर्जी ने कहा है कि बंगाल में जहां भी हिंसा भड़कती है उसके पीछे भाजपा का ही हाथ होता है। गौरलतब है कि बंगाल में वक्फ बिल के विरोध कई स्थानों पर हिंसा हुई और इस हिंसा के कारण तीन लोगों की मौत हो गई। वहीं हजारों की संख्या में हिन्दुओं ने अपने घर बार छोड़कर वहां से पलायन कर दिया।

किन्तु ममता बनर्जी को इन हिंसा पीडि़तों से मिलने का अभी तक समय नहीं मिला है। यह तो गनीमत है कि बंगाल के राज्यपाल ने हिंसाग्रस्त क्षेत्रों का दौरा कर बंगाल में बद से बदतर होती कानून और व्यवस्था की स्थिति को लेकर केन्द्र सरकार को रिपोर्ट भेजी और केन्द्र सरकार ने कोलकाता हाईकोर्ट के निर्देश पर वहां केन्द्रीय सुरक्षाबलों की तैनाती कर दी है। इसके बाद हिंसा में काफ हद तक रोक लगी है। लगभग तीन सौ लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इसके बावजूद बंगाल के अन्य स्थानों पर हिंसक घटनाएं हो रही है।

और बंगाल पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी हुई है। बंगाल में हिंसा कोई नई बात नहीं है। वहां कोई भी चुनाव हो या धार्मिक आयोजन हो हिंसा होती ही हैै। बंगाल पुलिस अराजक तत्वों पर रोक लगाने में असफल रहती है इससे इस संदेह को बल मिलता है कि राज्य सरकार के इशारे पर ही वहां हिंसा का ताडंव होता है। बहरहाल बंगाल में जो हिंसा हुई है। वह ममता बनर्जी की सरकार की विफलता का दुष्परिणाम है। जिसे यह पता था कि वक्फ बिल के खिलाफ बंगाल में उग्र प्रदर्शन हो सकता है और बांग्लादेशी तथा रोहिंग्या घुसपैठिए इस विरोध प्रदर्शन के बीच घुसकर हिंसा का नंगा नाच सकते हैं। इसके बावजूद ममता सरकार ने कोई एहतियाती कदम उठाना उचित नहीं समझा।

अब जबकि ममता सरकार की नाकामी उजागर हो गई है। इसके लिए उसे हाईकोर्ट से भी कड़ी फटकार लगी है तथा मुर्शिदाबाद हिंसा मामला सुप्रीम कोर्ट भी जा पहुंचा है। तब ममता बनर्जी अपनी असफलता का ठिकरा भाजपा के सिर पर फोड़ रही हैं और भाजपा व आरएसएस पर सांप्रदायिक हिंसा भड़काने का आरोप लगा रही है।

निश्चित रूप से उनके यह आरापे राजनीति प्रेरित हैं। दरअसल, उनको अब यह डर सता रहा है कि बंगाल में हुई हिंसा के लिए कहीं सुप्रीम कोर्ट भी उनकी सरकार को कड़ी फटकार न लाग दे। और केन्द्र सरकार बंगाल में राष्ट्रपति शासन लागू न कर दे। वैसे तो बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाने के हालात बन गये हैं। वहां के भाजपा नेता लगातार इसकी मांग भी उठा रहे हैं। देखना होगा कि इस बारे में केन्द्र सरकार क्या निर्णय लेती है।

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