आज का बेबाक : कार्यपालिका और न्यायपालिका के बीच मतभेद चिंतन का विषय

आज का बेबाक : कार्यपालिका और न्यायपालिका के बीच मतभेद चिंतन का विषय

Differences between the executive and the judiciary are a matter of concern

Differences between the executive and the judiciary are a matter of concern

Differences between the executive and the judiciary are a matter of concern: भारतीय लोकतंत्र दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है। जिसके खतरे में पडऩे और यहां तक कि उसकी हत्या करने के आरोप विपक्षी पार्टियां सत्तारूढ़ पार्टी पर लगाती ही रहती हैं। ऐसे आरोप राजनीति प्रेरित होते हैं। इसलिए इन्हें कोई गंभीरता से नहीं लेता है।

किन्तु जब लोकतंत्र जिन पर टिका है वे पाये ही आपस में टकराने लगे तो भारतीय लोकतंत्र को लेकर चिंता बढऩा स्वाभाविक है। व्यवस्थापिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका के बीच मतभेद चिंता ही नहीं बल्कि चिंतन का भी विषय है। उपराष्ट्रपति के बयान के बाद न्यायपालिका और कार्यपालिका के बीच टकराव की स्थिति न्यायोचित नहीं है।

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